अभिनव न्यूज, नेटवर्क। लोकसभा चुनाव (loksabha election 2024) से पहले बीजेपी अब बागी नेताओं को मनाने में जुट गई है. एक दिन पहले ही बीजेपी (bjp) ने चितौड़गढ़ से निर्दलीय विधायक चंद्रभान सिंह आक्या को मनाकर फिर से अपने पाले में कर लिया तो अब बीजेपी की नजर बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा (shiv assembly mla) से निर्दलीय विधायक रविंद्रसिंह भाटी पर है. क्योंकि भाटी ने अपनी देवदर्शन यात्रा शुरू कर बीजेपी को सोचने पर मजबूर कर दिया है. भाटी की यात्रा में उमड़ रही भीड़ ने भी बीजेपी को परेशान करके रख दिया है.
दरसअल, 2023 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रविंद्रसिंह ने बीजेपी ज्वॉइन की थी. जब शिव विधानसभा से उन्हें टिकट नहीं मिला तो महज सप्ताह भर में भाटी बीजेपी से बागी हो गए. शिव विधानसभा से निर्दलीय ताल ठोककर भाटी ने बीजेपी की जमानत जब्त करवा दी और विधायक बन गए.
बीजेपी ने नहीं दिया कोई भाव
शिव विधानसभा से रविंद्रसिंह भाटी और बाड़मेर विधानसभा से डॉ. प्रियंका चौधरी ने बीजेपी से बागी होकर चुनाव तो जीत लिया. लेकिन, बीजेपी ने दोनों निर्दलीय विधायकों को किसी तरह का कोई भाव नहीं दिया. कहा जा रहा है कि इसी बात को लेकर भाटी लोकसभा चुनाव लड़ने का मानस बनाकर बीजेपी पर दबाव बना रहे हैं. रविंद्रसिंह भाटी ने अब तक लोकसभा चुनाव लड़ने की कोई औपचारिक घोषणा तो नहीं की है लेकिन, वह कई बार कह चुके हैं कि ‘जनता मेरा परिवार है और जनता जो चाहेगी, इस आधार पर आगे कोई निर्णय लूंगा.’
क्या भाटी को मना पाएगी बीजेपी ?
शिव से निर्दलीय विधायक और युवा नेता रविंद्र सिंह भाटी का पूरे प्रदेश के युवाओं में विशेष क्रेज है. भाटी जहां भी जाते हैं, उनके लिए हजारों की भीड़ उमड़-उमड़कर आती है. हालिया दिनों में भाटी पहले जैसलमेर तो बाद में बाड़मेर की देवदर्शन यात्रा पर है. इस यात्रा में उमड़ रही भीड़ ने बीजेपी की धड़कनें बढ़ा दी है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि चंद्रभान सिंह आक्या की तरह ही बीजेपी रविंद्र सिंह भाटी को भी जल्द मना लेगी. लेकिन, सबसे बड़ा सवाल यह कि क्या भाटी को बीजेपी मना पाएगी या भाटी बाड़मेर -जैसलमेर सीट पर चुनाव लड़कर बीजेपी का खेल ही बिगाड़ देंगे. इसी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. अब अगले कुछ दिनों में ही स्थिति कुछ साफ हो पाएगी.