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Friday, November 22

राजस्थान के 8 जिलों में होगा पानी का संकट:6 मई से असर दिखना शुरू होगा; बीकानेर और जोधपुर पर भी पड़ेगा असर

अभिनव न्यूज
बीकानेर।
राजस्थान के आठ जिलों में 6 मई से पानी का संकट हो सकता है। संकट इतना बड़ा है कि पुलिस को इंदिरा गांधी नहर पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं। पानी के संकट से गावों में सबसे ज्यादा हालात बिगड़ेंगे। जो 6 जून तक बना रहेगा।

दरअसल, इंदिरा गांधी नहर की सफाई और मरम्मत के लिए हर वर्ष होने वाली नहरबंदी पिछले दिनों नहीं हो पाई। अब 6 मई से असर दिखना शुरू हो जाएगा। बीकानेर सहित पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश जिलों को नहर से पांच मई तक ही पानी मिल सकेगा। इसके बाद स्टोरेज हुए पानी से ही वाटर सप्लाई करनी पड़ेगी। बीकानेर में छह मई से ही व्यवस्था गड़बड़ाने तय है, जबकि अन्य जिलों में इसके एक-दो दिन बाद असर दिखना शुरू होगा।

दरअसल, पंजाब में नहर की मरम्मत के लिए हरिके बेराज से बुधवार को पानी पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इससे पंजाब के साथ राजस्थान में भी पानी नहीं आ रहा। पहले से चल रहा पानी ही आगे पहुंच रहा है, जो धीरे धीरे बंद हो जाएगा। अब तीस जून को हरिके बेराज से पानी छोड़ा जाएगा। जो पांच जून तक ही इंदिरा गांधी नहर के बीकानेर, जोधपुर, बाडमेर, जैसलमेर के हिस्से को मिल पाएगा।

दो हिस्सों में नजर बंदी
इंदिरा गांधी नहर बंदी दो हिस्सों में होती है। पहले सिंचाई के लिए पानी बंद किया जाता है। इस बार तीस दिन पहले सिंचाई का पानी बंद हो गया। फिर पीने का पानी बंद किया जाता है। अब पीने का पानी बुधवार से बंद हुआ है।

पंजाब में हो रहा है काम
इस दौरान राजस्थान में कम और पंजाब में मरम्मत का काम ज्यादा होता है। नहर में पानी नहीं होने की स्थिति में राजस्थान में ज्यादातर सिल्ट (मिट्‌टी व गाद) निकालने का काम होता है, जबकि पंजाब में नहर की रिलाइनिंग की जाती है। इस बार भी आरडी चार सौ के नीचे ही काम चल रहा है।

इस बंदी का असर बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, नागौर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू में पानी पर आएगा। इन जिलों में जहां इंदिरा गांधी नहर का पानी दिया जाता है, उन क्षेत्रों में पहले से स्टोरेज पानी की ही सप्लाई हो सकेगी। ऐसे में स्टोरेज पानी के आधार पर पानी आगामी दिनों के लिए बांट दिया जाएगा। बड़ी कृत्रिम झीलें होने से बड़े शहरों में तो एक दिन के अंतराल से पानी की आपूर्ति होगी, लेकिन जिन गांवों में डिग्गी में उपलब्ध पानी का वितरण होता है, वहां वाटर सप्लाई में दो से तीन दिन का अंतराल भी हो सकता है। छोटी डिग्गी वाले गांवों में इससे भी ज्यादा अंतर आ सकता है।

कितना पानी चाहिए?
जलदाय विभाग हर रोज प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी की सप्लाई करता है। पांच मई तक तो इतना पानी मिलेगा, लेकिन छह मई से ये व्यवस्था आधी हो जाएगी। तब एक दिन के अंतराल से पानी मिलेगा यानी एक दिन पानी आएगा और दूसरे दिन नहीं आएगा। ऐसे में प्रति व्यक्ति करीब 68-70 लीटर पानी ही प्रति व्यक्ति मिल सकेगा।

बीकानेर शहर की व्यवस्था

बीकानेर शहर में वाटर सप्लाई के लिए दो बड़ी झीलें फिलहाल लबालब भरी हुई हैं। विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश राजपुरोहित का कहना है कि दोनों झीलों में पंद्रह सौ मीट्रिक लीटर (ML) पानी है। इससे बीकानेर को तीस दिन सप्लाई की जाएगी। बीकानेर में शोभासर व बीछवाल स्थित जलाशय ही बीकानेर शहर की प्यास बुझाते हैं।

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