


अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान के जोधपुर के ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा (divya maderna) ने एक बार फिर पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ को लेकर कहा कि मैं कभी पूर्व सांसद के साथ मंच साझा नही करूंगी. वहीं दिव्या ने कहा कि मैं अकेली खिलाड़ी हूं और अकेली जाती हूं. कांग्रेस की बी टीम हैं बीजेपी और आरएलपी.
दिव्या ने कहा कि राजनीतिक कड़काई से होती है नरमाई से नहीं होती है. शनिवार को जोधपुर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित हुए मुख्यमंत्री की जनसभा से दिव्या मदेरणा ने दूरी बनाई थी. अब इस पूरे घटनाक्रम को लेकर विधायक दिव्या मदेरणा ने मुख्यमंत्री के साथ जनसभा से दूरी बनाने का कारण भी बताया है.
ओसियां विधानसभा इलाके में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि डावरा में मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम से दूरियां बनाने को लेकर उन्होंने कहा कि 2017 में आब्जर्वर आए थे. तब बद्रीराम जाखड़ ने अभद्र भाषा का प्रयोग मेरे और मेरे माता लीला मदेरणाजी के लिए किया गया था. ऐसी कोई मजबूरी नहीं है कि मैं और मेरे माता जी दो महिलाएं सार्वजनिक मंच पर गालियां सुनें. मैं अब भविष्य में पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के साथ मंच शेयर नहीं करूंगी और ओसियां में उनके साथ मंच शेयर नहीं करूंगी.
मुख्यमंत्री जानते हैं मेरे संकल्प को- मदेरणा
दिव्या मदेरणा ने कहा कि सीएम मेरे इस संकल्प को जानते हैं. मैंने दिल्ली तक कह दिया है कि आप मुख्यमंत्री हैं आप कर लीजिए जनसभा पर मैं इनके साथ कोई स्टेज शेयर नहीं करूंगी. मेरे विरोधी लोग कांग्रेस की बी गैंग हैं. वो हर व्यक्ति को पता है कि 2008 में और 2013 और 2018 में भी यह बी ग्रुप हमारे खिलाफ था.
जाखड़ पर दिव्या ने पहले भी लगाया था आरोप
दिव्या मदेरणा की नाराजगी लगातार पाली से पूर्व सांसद और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी माने जाने वाले बद्रीराम जाखड़ से है. कुछ समय पहले उन्होंने उनके ऊपर हमला करने के आरोप भी लगाए थे. उसके बाद उन्होंने सदन में भी यह बात रखी थी. दिव्या ने आगे कहा कि कांग्रेस की मेरी निष्ठा को कोई प्रश्न चिन्ह नहीं लगा सकता है. वहीं 2020 में केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार पर राजनैतिक अस्थिरता के बादल मंडरा रहे थे तब दिव्या मदेरणा कांग्रेस की सरकार के लिए वहां बैठी थी. डावरा की जन सभा में जो लोग आए और राजनीति कर रहे थे, वो एक भी कांग्रेस कि सरकार बनाने में वहां मौजूद नहीं थे. वो मुझे नहीं ललकार सकते. मुख्यमंत्री, कांग्रेस और आलाकमान के प्रति वफादारी से हम खड़े रहे हैं. इस तरह के बयानों से लगातार राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है.