अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok gehlot) ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पीएम मोदी (PM modi) को गंभीरता से नहीं लेते हैं. दरअसल जब अशोक गहलोत से बीजेपी और खासतौर से पीएम मोदी के आरोपों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर मैं ये कह दूं कि पीएम मोदी के कार्यप्रणाली के अलावा इनके फैसलों को लेकर बीजेपी में ही लोग बहुत हंस रहे हैं. तो इससे क्या मेरा व्यूज है मेरे फीडबैक आया है. कोई एक दो लोग कमेंट कर दिए होंगे..उसी आधार पर वो भी कमेंट कर दिए होंगे. इन्हें हम लोग बहुत गंभीरता से नहीं लेते हैं. है.
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इनको डेमोक्रेसी में विश्वास नहीं है. इसलिए विपक्ष को कुछ समझते नहीं हैं. विपक्ष की संख्या कम हो या ज्यादा हो वो अलग बात है. एक तरफा ही बात करना है सत्ता में बने रहने के लिए तो अलग बात है, वरना डिबेट क्यों होती है हाउस के अंदर. आप हर बिल पास करवा सकते हो संख्या के आधार पर. फिर भी हर बिल पर डिबेट होती है ताकि विपक्ष की भी राय आ जाए. ये डेमोक्रेसी का मूल है. इसको ये लोग खत्म कर रहे हैं
गृहमंत्री अमित शाह को देनी पड़ रही सफाई- गहलोत
चुनाव भारी बहुमत से जीते जाएं ये देश के अंदर माहौल बन गया है. भविष्य में चुनाव होंगे कि नहीं होंगे? संविधान का क्या होगा बदल देंगे क्या? आरक्षण खत्म हो जाएगा क्या? सवाल क्यों उठ रहे हैं कि कल गृहमंत्री अमित शाह जी को अलवर में सफाई देनी पड़ रही है… हम आरक्षण को खत्म नहीं करेंगे. ये नौबत ही क्यों आ रही है.
देश को अखंडे रखने के लिए दिए बलिदान- गहलोत
जब अशोक गहलोत से पूछ गया कि बीजेपी कांग्रेस पार्टी पर देश को बांटने के आरोप लगा रही है. इसपर अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे नेताओं ने जान दे दी. देश को बंटने नहीं दिया. खालिस्तान नहीं बनने दिया इंदिरागांधी ने, जिन्होंने जान दे दी. राजीव गांधी की हत्या हो गई. ये (BJP) बताएंगे कि हम देश बांट रहे हैं? इनके जो कृत्य हैं जो सोच है वो देश के बांटने वाली है. ये जाति और धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं. 140 करोड़ की जानता जहां पर रहती हो. विविध धर्म और जाति के लोग रहते हों. जहां अलग-अलग भाषाओं वाले रहते हों…भाषा के नाम पर एक जमाने में बड़े-बड़े आंदोलन होते थे. क्या ये (BJP) फिर से वही लाना चाहते हैं?
400 पार जुमलेबजी है- अशोक गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा कि चुनाव के अंदर लोगों को भ्रमित करने के लिए ये जुमला बाजी होती है. गुजरात चुनाव में अमित शाह (Amit shah) जी कई बार बोल चुके थे कि मिशन 150 और 97 पर आकर रुक गए. लोकसभा चुनाव (lok sabha election 2024) 400 पार कहना बहुत आसान है पर परिणाम चौंकाने वाले होंगे.