अभिनव न्यूज, बीकानेर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी से दो बार विधायक रहे प्रहलाद गुंजल पार्टी कांग्रेस में शामिल हो गए है। गुंजल को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है। गुंजल के कांग्रेस में शामिल होने से हाड़ौती अंचल में नए सियासी समीकरण बने है। गुंजल सो पीसीसी कार्यालय में सदस्यता दिलाई गई। इस अवसर पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहे। डोटासरा ने प्रेस वार्ता की। इससे पहले कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए मोदी तुझसे बैर नहीं बिरला तेरी खैर नहीं। कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कांग्रेस में शामिल होने की बात स्वीकारी है। साथ ही कहा कि 20 साल मेरी विधानसभाओं में हर व्यक्ति की सेवा की है। यह बात राजस्थान की आम आवाम जानती है कि मैं भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय सदस्य था, नाराजगी के चलते पार्टी छोड़ रहा हूं।
आपको बता दें कि प्रहलाद गुंजल ने कोटा – बूंदी, भीलवाड़ा और टोक सवाई माधोपुर सीट से टिकट मांगा था। पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है। इस समय उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन करने का फैसला लिया है। कांग्रेस पार्टी उन्हें कोटा बूंदी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बना सकती है, जिसके बाद में यहां से भाजपा प्रत्याशी और उनके धुर विरोधी रहे ओम बिरला के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।गुंजल के भतीजे शिवराज गुंजल कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं। वे खुद लड़पुरा विधानसभा सीट से दो बर टिकट मांग चुके हैं। हालांकि, उन्हें टिकट नहीं मिला। पिछली बार जब उन्हें टिकट नहीं मिला था, तब उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी नईमुद्दीन गुड्डू के खिलाफत भी की थी। उनके खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया था। दूसरी तरफ उनके दूसरे भतीजे लोकेश गुंजल कांग्रेस से ही जिला परिषद सदस्य है।