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Friday, November 22

वसुंधरा-गहलोत सांठगाठ कर चलाएंगे सरकार! फलोदी बाजार के सटोरियों ने इस दावे के पीछे बताई बड़ी वजह

अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान विधानसभा (Rajasthan election 2023) के लिए मतदान 25 नवंबर को होने के बाद चुका है. अब सबकी निगाहें 3 दिसंबर पर है. इस बीच फलोदी सट्टा बाजार (phalodi satta bazar) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. यहां बाजार में अलग-अलग सटोरियों का अलग-अलग दावा हैं. किसी का कहना है कि बीजेपी बहुमत में आ रही है तो किसी ने कहा कि वोटिंग के बाद बीजेपी की सीट में काफी इजाफा हुआ है. यहां तक कि सत्ता में आने के बाद बीजेपी के सीएम फेस को लेकर भी सटोरियों के अपने-अपने दावे हैं.

राजस्थान तक से खास बातचीत में एक सट्टेबाज ने तो चौंकाने वाली बात कह दी है. उसका कहना है कि इस बार ना कांग्रेस और ना ही बीजेपी की सरकार आने वाली है. बल्कि टूटी-फूटी सरकार है यानी किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने वाला है.

यही नहीं, आगे कहा कि बीजेपी ने बहुमत मिलने के बाद अगर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को फिर से सीएम नहीं बनाया तो वह अशोक गहलोत के साथ मिलकर सरकार बना सकती हैं. ऐसे में राजे और गहलोत मिलकर राजस्थान की सरकार को चलाएंगे.

जानिए किस सीट पर कितना भाव?

25 नवंबर को वोटिंग से शुरू होने के दिन से शुरू हुआ आंकलन अब तक जारी है. मार्केट की मानें तो बीजेपी को बहुमत मिल रहा है. खास बात यह भी है कि मतदान के बाद से बीजेपी की सीट में इजाफे का अनुमान है. बीजेपी की 120 से 125 सीट तो कांग्रेस को 65-70 सीटें मिल सकती है. फिलहाल बीजेपी का भाव 20 पैसा और कांग्रेस का 4-5 रुपए चल रहा है. बता दें कि जिस पार्टी की जीत को लेकर उम्मीद ज्यादा होती है, उस पर भाव कम और हारने वाली पार्टी को लेकर भाव ज्यादा होता है.

बीजेपी की सीटें घटने का भी किया था दावा

इससे पहले सटोरियों ने बीजेपी की सीटें घटने का दावा किया था. हालांकि घटने के बाद भी कांग्रेस की सीटों की तुलना में उसका नंबर ज्यादा बताया गया. बाजार का अनुमान था कि बीजेपी 125 सीटों से खिसकर 118-120 पर आ गई है. वहीं कांग्रेस की हालत सुधरी है और वो 68-70 सीटों पर आग गई है. माना जा रहा है कि कांग्रेस के मेनिफेस्टो का असर देखा जा रहा है. इसलिए कांग्रेस की सीटें थोड़ी बढ़ी हैं. चिरंजीवी योजना का दायरा बढ़ाकर 25 लाख से 50 लाख करने गारंटी का असर है. हालांकि कांग्रेस इसे अपना बड़ा दांव मान रही थी, लेकिन सटोरियों की मानें तो लोगों में इसका ज्यादा असर नहीं देखा जा रहा है.

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