अभिनव टाइम्स |नगर निगम आयुक्त गाेपालराम बिरदा का विवाद पीछा नहीं छाेड़ रहा है। बुधवार काे कांग्रेसी पार्षदों से उलझ पड़े। हाेमगार्ड काे बुलाकर उन्हें बाहर निकालने तक काे कह दिया। इसे लेकर काफी देर तक हंगामा हुआ। पार्षदों ने कलेक्टर से आयुक्त की शिकायत की है।
दरअसल शाम चार बजे एक मिमी बारिश हुई। पुरानी गिन्नाणी में मंदिर के सामने पानी भर गया। मंदिर के पुजारी समेत माेहल्ले के लाेग आयुक्त के पास पहुंचे तथा सड़क ऊंची कराने की मांग की। आयुक्त ने जेईएन से मिलने काे कहा। उसी समय पार्षद महेन्द्र बडगूजर गए। उन्होंने आयुक्त से माैके पर चलने। इस बात काे लेकर दाेनाें में विवाद हाे गया। आयुक्त कमरा छाेड़कर जाने लगे ताे पार्षद ने गेट पर राेक लिया।
दाेनाें के बीच हाॅट-टाॅक हुई। पार्षद प्रतिनिधि यूनुस अली, सुभाष स्वामी, आनंद सिंह साेढ़ा सहित कुछ पार्षद और आ गए। इससे बात बढ़ गई। आयुक्त ने हाेमगार्ड के जवान बुला लिए और पार्षदाें काे कक्ष से बाहर निकालने काे कहा। इस पर मामला इतना तूल पकड़ गया किया आयुक्त ने सदर थाने में बडगूजर सहित आठ-दस पार्षदों के विरुद्ध फाइल फैंकने और मारपीट करने का आराेप लगाते हुए सदर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इस घटना के बाद रात काे पार्षद एकत्रित हाेकर जिला कलेक्टर से मिले।
आयुक्त की शिकायत करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों और निगम कर्मचारियों के साथ बदसलूकी की जाती है। गाैरतलब है कि हंगामा करने वाले ज्यादातर पार्षदाें ने साधारण सभा का बहिष्कार किया था। इस वजह से आयुक्त इनसे पहले से ही नाराज चल रहे हैं।