अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान में चुनावी संग्राम (Rajasthan Election 2023) आरोप–प्रत्यारोप से एक कदम आगे बढ़ कर अब थानों की चौखट तक पहुंच चुका है. इसकी शुरुआत केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) पर मुकदमा दर्ज होने के साथ हो गयी है. केंद्रीय मंत्री शेखावत तीन दिन पहले भाजपा की परिवर्तन यात्रा (Parivartan Yatra) लेकर सिरोही (Sirohi) पहुंचे थे. इस दौरान सिरोही शहर के रामझरोखा मैदान में आयोजित आम सभा में मंत्री शेखावत ने सीएम गहलोत और संयम लोढ़ा पर कई आरोप लगाए थे.
मंत्री शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित मुख्यमंत्री सलाहकार निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाने के साथ ही प्रदेश सरकार पर कानून व्यवस्था और तुष्टिकरण का आरोप लगाये थे. इसी को लेकर सिरोही कोतवाली में सिरोही शहर निवासी भरत कुमार ने मामला दर्ज करवाया है.
इन धाराओं में केस दर्ज
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र शेखावत के खिलाफ धारा 295ए, 153ए, 505 और 120बी के तहत मामला दर्ज करवाया गया है. परिवादी ने पुलिस को दी रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री शेखावत ने झूठा भाषण देकर शहर का माहौल खराब करने का प्रयास किया है. परिवादी भरत कुमार का आरोप है की मंत्री ने भाषण में सिरोही का नाम लेकर रामनवमी की यात्रा पर पत्थरबाजी करने, पेट्रोल बम फेंकने और दुकानें जलाने की बात कही थी. जबकि सिरोही में रामनवमी पर ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं थी. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपों का अनुसंधान कर रही है.
संयम लोढ़ा ने ट्वीट किया
इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री शेखावत के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से एक दिन पहले बुधवार 13 सितम्बर को मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा ने ट्वीट कर पीएम नरेद्र मोदी से केंद्रीय मंत्री शेखावत को जनता में नफरत फ़ैलाने, हेट स्पीच देने और शांति भंग करने के जुर्म का आरोप लगाते हुए तत्काल प्रभाव से मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की मांग की थी. लोढ़ा ने प्रदेश सरकार से भी विधि सम्मत कार्यवाही की मांग की थी.