अभिनव न्यूज।
जयपुर: रिटायर्ड जज के मकान में हुई डकैती की योजना मुहाना स्थित केसर चौराहे के पास बने अब्बास कार गैराज में काम करने वाले वसीम ने बनाई थी। इसके लिए गैराज के 9 किमी दूरी में 3 महीने तक पक्की रेकी कर हीरा पथ न्यू सांगानेर रोड के एक मकान को चुना था। इसके लिए करीब 400 किमी दूर यूपी से डकैतों को बुलाया था। पुलिस वारदात में शामिल वसीम और जीया को गिरफ्तार कर चुकी हैं।
जीया की निशानदेही पर डकैत साजिद को पकड़ने के लिए एक टीम को यूपी भेजा है। पूरी वारदात का खुलासा 72 घंटे में डीएसटी साउथ और थाना पुलिस ने किया है। इसमें अहम भूमिका किसकी रही इसका खुलासा पुलिस आज करेगी। डकैतों ने 2.29 घंटे तक मकान में रुक कर वारदात को अंजाम दिया। गौरतलब हैं कि शुक्रवार शाम को रिटायर्ड जज राजेश नारायण शर्मा के मकान में घुसे चार बदमाशों ने उन्हें बंधक बना कर दो मोबाइल, एक लैपटॉप, साढ़े दस हजार की नकदी और आर्टिफिशियल ज्वेलरी लूट ली थी।
वसीम ने सीकर संपर्क किया, फिर यूपी से बुलाए साथी
वसीम ने सीकर के लोसल निवासी दोस्त जीया से संपर्क किया, जो मेरठ का रहने वाला है। जीया ने अपने गांव से करीब 30 किमी दूर रहने वाले साजिद का नंबर वसीम को उपलब्ध कराया। वसीम को साजिद ने फोन पर पूरी योजना बता दी। इसके बाद साजिद यूपी से अपने तीन साथियों को तैयार कर शुक्रवार सुबह बस से जयपुर आ गया।
सुबह ही करा दी थी रेकी
यूपी से साजिद डकैत साथियों के साथ जयपुर आया था। साजिद हाल ही जेल से छूटकर आया था। जयपुर में वह अजमेर रोड पर पहुंचे तो वसीम अपनी कार से उन्हें लेकर उन्हें सीधे वारदात करने वाले मकान पर लेकर पहुंच गया। इसके बाद उन्हें गैराज लेकर पहुंचा। गैराज मालिक आया तो उसको बताया कि ये मेरे रिश्तेदार हैं।
व्हाट्सएप कॉल पर पुष्टि
दिन में मकान दिखाने के बाद शाम को जब वापस आए तो वह चिह्नित मकान को भूल गए। इसके बाद वह लगातार वसीम से संपर्क कर मकान की पुष्टि कर रहे थे। इसके लिए व्हाट्सएप कॉल पर बताया कि खाली प्लाट के पास का मकान है। खाली प्लाट के दोनों तरफ मकान होने से डकैत रिटायर्ड जज के के यहां घुस गए थे।
सीसीटीवी बनी मददगार; केसर चौराहे पर रुकी जांच
पुलिस ने नौ किमी में सीसीटीवी खंगाले तो एक जगह पर उनकी कार साफ दिखाई दे गई। कार मुहाना के केसर चौराहे के बाद फुटेज में नहीं दिखी। इसके बाद पुलिस को अंदाजा हो गया, कि कार यहां से बाहर नहीं गई। यहां पर आसपास के गैराज खंगाले तो कार खड़ी मिल गई। वहां से वसीम को पकड़ लिया। यह गाड़ी पुलिस को पेट्राेल पम्प पर पहली बार दिखी थी।