अभिनव न्यूज
अब जोधपुर के टीटीई भी हाईटेक होंगे। उनके हाथों में कागज वाला रिजर्वेशन चार्ट हटा कर टेब थमाया जाएगा, जिससे रिजर्वेशन चार्ट ऑनलाइन नजर आए। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म और ट्रेन की बोगियों पर लगने वाले रिजर्वेशन चार्ट को खत्म करने के बाद टीटीई के पास से भी रेलवे की चार्ट हटाने की पूरी तैयारी रेलवे ने कर ली है।
ट्रेन में भुगतान भी ऑनलाइन
मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने बताया कि रेलवे बोर्ड के निर्देश पर रेलवे में कार्यरत ऑन ड्यूटी रनिंग टीटीई को एच एच टी मशीन दी जाएगी। इस पर वह ट्रेन में रिजर्वेशन चेक करेंगे। ऑनलाइन भुगतान लेने के लिए भी इस मशीन में क्यू आर कोड उपलब्ध होगा। हालांकि इसके लिए उन्हें पीओएस मशीन पहले ही दी जा चुकी है।
कम्प्यूटराइज्ड रिजर्वेशन सिस्टम से सर्वर के जरिए जुड़ाव
एच एच टी मशीन कम्प्यूटराइज्ड रिजर्वेशन सिस्टम से सर्वर के जरिए जुड़ा होगा, जिससे टीटीई चार्ट को डिजिटली देख सकेंगे। साथ ही ट्रेन के अंदर टिकट की बुकिंग भी कर सकेंगे । इस मशीन के माध्यम से यूपीआई से किराया और जुर्माने भुगतान कर सकेंगे।
सभी ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ की ड्यूटी
बता दें इससे जोधपुर का टिकट चेकिंग स्टाफ पूरी तरह डिजिटल हो जाएगा। टीटीई लॉबी को 100 प्रतिशत डिजिटल बनाने के लिए रेलवे बोर्ड ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। बोर्ड ने सभी ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ की ड्यूटी लगाने पर भी जोर दिया है। फिलहाल, जोधपुर मण्डल की दो प्रमुख ट्रेनों 22996 /95 मंडोर सुपरफास्ट और 22481/82 जोधपुर दिल्ली सराय रोहिल्ला ट्रेनों में डिजिटल टिकट चेकिंग होगी। इसके लिए जोधपुर मण्डल को 104 मशीनें उपलब्ध करवाई गई हैं।
क्रिस से जुड़े रहेंगे टीटीई
टिकट चेकिंग स्टाफ दिए जाने वाले टैब ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) पर आधारित टर्मिनल सीधे सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम (क्रिस) से जुड़ा रहेंगे। इस सिस्टम में ट्रेन का चार्ट लोड रहेगा। टीटीई टिकटों की बुकिंग के साथ बर्थ आवंटन भी कर सकेंगे। जुर्माना काटने की भी ऑनलाइन व्यवस्था रहेगी। एचएचटी के अलावा टिकट जांच के लिए अलग से मोबाइल एप भी तैयार किया जा रहा है। इससे टिकट पर अंकित बार कोड के जरिए टिकट की जांच हो सकेगी। टिकट के फर्जीवाड़े पर भी अंकुश लगेगा।
बर्थ खाली होने पर मिल जाएगी जानकारी
टीटीई अपने टैब में किसी यात्री के न आने की जानकारी जैसे ही फीड करेगा। वैसे ही अगले स्टेशन पर खाली सीट की सूचना मिल जाएगी। इससे उस स्टेशन पर तत्काल में टिकट बुक किया जा सकेगा। अभी यात्री के न आने पर जो बर्थ खाली होती है। वह जानकारी स्टेशन को नहीं मिल पाती है। यात्रा खत्म होने के बाद ही जानकारी मिलती है।