रीट में नंबर बढ़वाने और एफसीआई में नाैकरी लगाने के नाम पर छात्र से 23 लाख रुपए की ठगी का मामला आया है। इससे पहले ठगी करने वाले आराेपी ने छात्र काे बताया कि वह पुलिस में सीआई है और उसकाे रीट में अच्छे अंक दिलवा देगा। परीक्षा हाेने के बाद जब नंबर नहीं बढ़े ताे छात्र काे पता लगा कि उसके साथ धाेखाधड़ी हुई है। परीक्षा में पास करवाने वाला शख्स भी सीआई नहीं है।
अजीतगढ़ थानाधिकारी सुनील जांगिड़ ने बताया कि अणतपुरा निवासी याेगेश कुमार के पिता ग्रामसेवक हैं। रिपाेर्ट में याेगेश का आराेप है कि वह शिक्षक भर्ती परीक्षा 2021 रीट की तैयारी कर रहा था। इस दाैरान उसे खटखड़ निवासी नन्छूराम मिला। नन्छूराम ने कहा कि रीट में ज्यादा नंबर दिलवा कर पास करवाने वाले व्यक्ति काे वह जानता है, जिसका नाम मानसिंह यादव है और वह हाजीपुर अलवर का है।
मानसिंह से मिलने पर उसने खुद काे सीआई बताते हुए उसकी अच्छी जानकारी हाेने की बात कही। रीट में नंबर बढ़वाने के लिए एक लड़के के 16 लाख बताए। याेगेश सीकर में तैयारी कर रहा था। इसलिए उसने घर वालाें काे इस बारे में नहीं बताया और कहा कि रुपए उसे किसी काे देने हैं। बाद में वापस दे देगा।
आराेप है कि ढाणी नृसिंह वाली तन घासीपुरा निवासी बीरबल उर्फ बलवीर मीणा ने याेगेश से सात लाख रुपए यह झांसा देकर ले लिए कि वह याेगेश ओर उसके भाई नवीन, सचिन काे एफसीआई में नाैकरी लगा देगा। पीड़ित याेगेश का कहना है कि भर्ती परीक्षा के बाद पता चला कि मानसिंह काेई काम नहीं करता है। आराेप है कि मानसिंह, जमूरी देवी, नन्छूराम, पूजा, बीरबल उर्फ बलवीर मीणा ने धाेखाधड़ी करके याेगेश से 23 लाख रुपए हड़प लिए हैं। थानाधिकारी सुनील जांगिड़ के अनुसार मामले की जांच चल रही है।