अभिनव टाइम्स | अगले 24 घंटे में जयपुर और भरतपुर संभाग के 7 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें अलवर, दौसा, करौली, धौलपुर, सीकर, सवाई माधोपुर और झुंझुनूं शामिल हैं। इन जिलों में धूलभरी आंधी के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। दूसरी ओर, केरल के रास्ते मानसून ने 3 दिन पहले (रविवार) दस्तक दे दी है। इससे राजस्थान में भी वक्त से पहले मानसून की एंट्री की संभावनाएं बढ़ गई हैं। वैसे तो 20 जून तक बांसवाड़ा के रास्ते मानसून के राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना है। 30 जून तक पूरे प्रदेश में बारिश के आसार हैं। इस बीच, यह भी संभावना जताई जा रही है कि हवा की रफ्तार अनुकूल रही तो मानसून 17 जून तक प्रवेश कर सकता है। इससे पहले जून के पहले सप्ताह में प्रदेश को प्री मानसून की बारिश तरबतर कर सकती है।
हवाओं की गति पर करेगा निर्भर
जयपुर मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में भी मानसून 20 की बजाय 17 जून को ही एंट्री ले सकता है। यह निर्भर करेगा मानसूनी हवाओं की गति पर। अगर हवाओं की रफ्तार कुछ और तेज होती है तो राजस्थान में मानसून पहले आ सकता है। अगर ऐसा हुआ तो यह 5 साल में अबतक सबसे तेज एंट्री होगी। आमतौर पर केरल में दाखिल होने के 20 दिन बाद ही मानसून राजस्थान में आता है। साल 2021 में केरल में एंट्री करने के 15 दिन बाद ही राजस्थान में मानसून प्रवेश कर गया था।
31 मई के बाद मौसम होगा शुष्क
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अगले 24 घंटे में प्रदेश में एक बार फिर मौसम में बदलाव हो सकता है। जयपुर और भरतपुर संभाग के अलवर, दौसा, करौली, धौलपुर, सीकर, सवाई माधोपुर और झुंझुनूं में धूलभरी आंधी के साथ बारिश हो सकती है। 31 मई के बाद प्रदेश में एक बार फिर मौसम शुष्क रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
नौतपा इस बार नहीं तपा
राजस्थान में हर बार नौतपा के दौरान ही भीषण गर्मी आम आदमी को परेशान करती थी। इस बार ऐसा नहीं हुआ। पहले एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ ने नौतपा की तपन को कम कर दिया। इस दौरान हुई बारिश से प्रदेश के अधिकतम औसत तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट भी दर्ज की गई है। मई के शुरुआती दिनों में जहां प्रदेश में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया था। वहीं नौतपा शुरू होने के बाद तापमान गिरकर 43 डिग्री पर पहुंच गया है।