अभिनव टाइम्स । बाड़मेर जिले की आरजीटी पुलिस ने एप स्टोर से ऑनलाइन 97.20 लाख रुपए की ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी से 85 लाख रुपए बरामद कर लिए है। ठगी के लिए आरोपी अलग-अलग एप का यूज कर उसके वोलेट में रुपए डालकर फिर उसमें से रुपए उठाकर कैश रुपए उठा छुपा दिए थे। पुलिस अब 12 लाख रुपए बरामदगी को लेकर पूछताछ की जा रही है।
दरअसल, धोरीमन्ना रामपुरा निवासी देवीचंद पुत्र रामकिशन ने 12 अगस्त को आरजीटी थाने में रिपोर्ट दी थी। थार बिजनेस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी बनी हुई है। कंपनी डिजिटल पेमेंट का काम करती है। मोबाइल एप थार पे कंपनी द्वारा बनाया गया है। कंपनी केवाईसी के जरिए रिटेलर बनाते है। लोगों को डिजिटल पेमेंट की सर्विस देते है। एईपीएस, डीएमटी, रिचार्ज, बिल पेमेंट सहित सर्विस प्रोवाइड करवाते है। एक रिटेलर मुलाराम पुत्र भैराराम निवासी मंगले की बेरी ने कंपनी के एप्प के साथ धोखाधड़ी करके 97 लाख 28 जार 133 रुपए की ठगी कर दी। इसके बाद रिटेलर की आईडी के वोलेट को ब्लॉक कर दिया। इसमें 20 लाख 43 हजार 835 रुपए है बाकी का पेमेंट 76 लाख 84 हजार 298 रुपए ठग ने अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया है। पुलिस ने रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके जांच शुरू की।
आरजीटी थानाधिकारी ओमप्रकाश के मुताबिक आरोपी को मोबाइल ट्रेस करके संदिग्ध मुलाराम पुत्र भैराराम को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और बैक रिकॉर्ड को जब्त किया गया। आरोपी थार बिजनेश सोल्युशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नोएडा यूपी का रिटेलर है। मोबाइल एप थार पे के जरिए कंपनी के 97 लाख 28 हजार 133 रुपए फर्जी तरीके से अपने विभिन्न एकाउंट में जमा करवाए और कुछ राशि रोकड़ उठाकर छिपा दी। उक्त राशि का चोरी छुपे तौर से स्वंय के लिए उपयोग पाए जाने पर पुलिस ने आरोपी मूलाराम को गिरफ्तार किया।
85 लाख रुपए बरामद
पुलिस ने अनुसार आरोपी के कब्जे से 21 लाख 9 हजार 2 सौ 90 रुपए कैश बरामद किए। आरोपी के बैक खाते में से 32 लाख 2 हजार 5 सौ 28 रुपए, 11 लाख 50 हजार रुपए पेएटीएम खाते में, 1 लाख रुपए एयरटेल पेंमेंट बैक खाते में, 20 लाख 50 हजार रुपए मोबाइल एप थार पे वोलेंट में जमा खातों में पाए जाने पर उक्त राशि को फ्रिज करवाई गई। बाकी बची 12 लाख रुपए तथा उक्त राशि से खरीदी गई सामग्री की बरादमी की कार्रवाई जारी है।
ऐसे करता था ठगी
आरोपी के मोबाइल में अलग-अलग विड्रोल, बैक बैलेंस, मिनी स्टेट मेंट, एवं गूगल का आफशन मोबाइल एप थे। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि इन एप के जरिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करवाने वाले ग्राहक से आधार कार्ड व बैक डायरी लेकर उसका बैक बैलेंस चैक करता था। उनके पैसे अपने थार पे वॉलेट में विड्रोल कर अपने खाता में ट्रांसफर करने के बाद वह पैसे अपने एटीएम या बैंक से विड्रोल भरकर उठाकर ग्राहक को दे देता था।
अनपढ़ लोगों का उठाता था फायदा
आरोपी अपने पास आने वाले नरेगा हफ्ता वाले ग्राहक, पेंशनधारी, आवास किस्तों वाले तथा लॉन करवाने वाले लोग जो गांवो के अनपढ़ लोग आया करते थे। उन ग्राहकों के पैसे अपने खाते में जमा कर देता और उनके रुपए थार एप देता था।
एप के साथ की छेड़छाड़
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी ने थार एप्प के साथ छेड़छाड़ कर थार बिजनेस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नोएडा यूपी से रिटेलर आरोपी मूलाराम ने 97 लाख 28 हजार 133 रुपए की फर्जी तरीके से चोरी करके अलग-अलग खातों में जमा करवाकर चोरी चुपके खुद के उपयोग में ले रहा था।