अभिनव टाइम्स बीकानेर। राजस्थान (Rajasthan) की टेंपल सिटी पुष्कर में 12 सितंबर सोमवार को गुर्जर आरक्षण समिति के सुप्रीमो रहे स्वर्गीय कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थियों का विसर्जन करने से पहले आयोजित गुर्जर महासम्मेलन में जमकर हंगामा हुआ. मंच पर मौजूद अतिथि नेताओं को नकारते हुए समाज के लोगों ने जमकर विरोध किया. प्रदर्शनकारी सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने लगे.
लोगों ने फेंके जूते-चप्पल
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भेजा गया श्रद्धांजलि संदेश पढ़ रहे खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना (Ashok Chandna) पर गुर्जर समाज के लोगों ने जूते-चप्पल फेंक दिए. घटना के वक्त मंच पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला (Om Birla), सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के पुत्र और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot), देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत (Shakuntala Rawat), बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore), कर्नल के पुत्र विजय सिंह बैंसला (Vijay Singh Bainsla) सहित कई नेता मौजूद थे. अचानक हुई इस घटना से अजमेर (Ajmer) जिला प्रशासन और पुलिस के हाथ-पांव फूल गए. कई नेता मंच से उतरकर रवाना हो गए. पुलिस ने उन्हें घेराबंदी के बीच सुरक्षित बाहर निकाला. इस महासम्मेलन में भाग लेने के लिए राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और अन्य राज्यों से गुर्जर समाज के लाखों लोग पुष्कर पहुंचे थे.
चांदना बोले- ‘तुम्हारे जैसे बहुत देखे हैं’
मंच पर सीएम का संदेश पढ़ते वक्त हंगामा और नाराजगी देख चांदना बेहद आहत हुए. कुछ देर बाद उनका सब्र टूट गया और विरोध करने वालों को सख्त लहजे में जवाब देते हुए बोले कि ‘तुम्हारे जैसे बहुत देखे हैं मैंने.’ इसके बाद वे यह कहकर बैठ गए.
पुष्कर में हुई घटना से आहत अशोक चांदना ने सोशल मीडिया के जरिए नाराजगी जताई. उन्होंने लिखा कि ‘आज एक अद्भुत नजारा देखने को मिला. 72 शहीदों के मारने के आदेश देने वाले (तत्कालीन मंत्रिमंडल सदस्य) राजेन्द्र राठौड़ साहब के मंच पर आने पर तालियां बजी और जिनके परिवार के लोग आंदोलन में जेल गए उन पर जूते फेंके गए. जिस मंच पर जूते फेंके गए उस पर शहीदों के परिवारजन बैठे थे. कम से कम उनका तो ख्याल कर लेते. कर्नल साहब की अंतिम स्मृति को ऐसे कलंकित करने वाले लोग कितना दूर तक जाएंगे यह तो वक्त बताएगा.’
‘समाज से गद्दारी बर्दाश्त नहीं’
अशोक चांदना के साथ पुष्कर में हुई घटना के बाद गुर्जर समाज के लोगों ने घटना का फोटो वीडियो शेयर करते हुए जमकर आरोप लगाए. लोगों ने लिखा कि समाज के साथ गद्दारी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. गुर्जर समाज के लोग इस बात से नाराज थे कि अशोक चांदना ने सचिन पायलट का साथ नहीं दिया.