तीन लाख रुपए में सौदा कर मुन्नाबाई बन परीक्षा देने पहुंच गया सरकारी स्कूल का टीचर
अभिनव न्यूज
जोधपुर | राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा(रीट) के पहले दिन जोधपुर में तीन फर्जी परीक्षार्थी पुकड़े गए है। मुन्नाभाई बन परीक्षा दे रहे इन लोगों में से एक बाड़मेर का सरकारी स्कूल का टीचर भी शामिल है। उसने तीन लाख रुपए में किसी अन्य परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा देने का सौदा किया था। पुलिस ने तीनों फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है।
रीट परीक्षा में पहले से आशंका जताई जा रही थी कि कुछ फर्जी परीक्षार्थी भी इसमें शामिल हो सकते है। ऐसे में आज पुलिस पूरी तरह से एक्टिव मोड में नजर आई। आला अधिकारी भी फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ने में जुटे रहे। डीसीपी गौरव यादव ने बताया कि आज हमारे पास कुछ इनपुट था। इसके आधार पर हमने शहर के विभिन्न परीक्षा केन्दों में करीब पंद्रह परीक्षार्थियों की गहन जांच की। इस जांच के नतीजे भी सकारात्मक रहे।
शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में स्थित आईटीआई परीक्षा केन्द्र से सबसे पहले एक फर्जी परीक्षार्थी पुलिस के हत्थे चढ़ा। वहीं सोजती गेट के बाहर उम्मेद कन्या स्कूल व बनाड़ क्षेत्र की विद्या पब्लिक स्कूल से भी एक-एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए है।
यादव ने बताया कि जोधपुर के आईटीआई परीक्षा केन्द्र पर जांच के दौरान सामने आया कि बाड़मेर जिले के सेड़वा क्षेत्र के सोनड़ी गांव निवासी प्रेम प्रकाश पुत्र जगदीश विश्नोई के स्थान पर कोई दूसरा युवक परीक्षा दे रहा है। उससे पूछताछ में सामने आया कि वह बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना का रहने वाला जूंजाराम पुत्र मंगलाराम विश्नोई है। वह धोरीमन्ना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में टीचर लगा हुआ है। उसने तीन लाख रुपए में प्रेम प्रकाश के स्थान पर परीक्षा देने का सौदा किया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
वहीं उम्मेद कन्या स्कूल में ओसियां क्षेत्र के हणिया गांव निवासी पविताश पुत्र रामनारायण विश्नोई के स्थान पर भोजासर क्षेत्र के हनुमान नगर निवासी महेशकुमार पुत्र किशनाराम विश्नोई परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। तीसरा फर्जी परीक्षार्थी बनाड़ रोड पर विद्या पब्लिक सीनियर सैकंडरी स्कूल में विकास पुत्र छोगाराम विश्नोई के स्थान पर पाली जिले के जैतारण क्षेत्र निवासी दिनेशरतनाराम गुर्जर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। इन दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है। दोनों ने अभी तक पुलिस को पूरी जानकारी नहीं दी है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि दोनों ने कितने रुपए में फर्जी परीक्षार्थी बनने का सौदा किया।