Welcome to Abhinav Times   Click to listen highlighted text! Welcome to Abhinav Times
Friday, November 22

कांग्रेस MLA दिव्या मदेरणा जान से मारने की धमकी:पाली के पूर्व सांसद के पीए ने गाड़ी के शीशे तोड़े, हमला; समर्थकों में पथराव

अभिनव न्यूज
जोधपुर।
जोधपुर में चल रहे को-ऑपरेटिव चुनाव में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर दो नेताओं के समर्थक भिड़ गए। ये दोनों नेता हैं ओसियां (जोधपुर) विधायक दिव्या मदेरणा और पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़। आरोप है कि जाखड़ के पीए नारायण राम ने दिव्या की गाड़ी पर डंडे से हमला बोला। इसके बाद समर्थकों ने भी पथराव कर दिया। इस घटना में दिव्या बाल-बाल बची हैं। इस दौरान पुलिस को दोनों नेताओं के समर्थकों को खदेड़ना पड़ा।

उधर, चुनाव में मदेरणा ग्रुप का दबदबा रहा और इसी गुट से अध्यक्ष भी चुने गए।

जोधपुर ग्रामीण एसपी से शिकायत
घटना जोधपुर के भोपालगढ़ में मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे की है। पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के समर्थकों का आरोप था कि ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा अध्यक्ष प्रत्याशी मनीष खदाव को परिवार से नहीं मिलने दे रहीं। इसी बात को लेकर दोनों गुट आमने-सामने हो गए। दिव्या मदेरणा ने बताया कि मैं अपने कैंडिडेट को लेकर जा रही थी। तभी जाखड़ के समर्थकों ने हमला कर दिया। जाखड़ ने जान से मारने की धमकी दी है। इसकी जानकारी जोधपुर ग्रामीण एसपी को दे दी गई है।

मदेरणा गुट के दो प्रत्याशी थे मैदान में, पथराव होते ही ड्राइवर ने घुमा दी गाड़ी

भोपागढ थानाअधिकारी गिरधारीलाल ने बताया कि मंगलवार को भोपालगढ़ को-ऑपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी के चुनाव थे। इन चुनाव में दिव्या मदेरणा गुट के दो कैंडिडेट रामजीवन चोटिया और मनीष खदाव मैदान में थे। पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के गुट से रामभरोस जलवाणिया मैदान में थे।

मंगलवार दोपहर को मनीष खदाव के नाम वापसी को लेकर मदेरणा भाेपालगढ़ पहुंची ही थीं। अस्पताल रोड स्थित तेजा हॉस्टल के पास बद्री गुट के लोग यहां-वहां छिपे बैठे थे। आरोप है कि इसी दौरान एक साथ पत्थरबाजी शुरू कर दी। अचानक हुई पत्थरबाजी से हड़कंप मच गया। इस दौरान उनकी गाड़ी पर अचानक शुरू हुए पथराव से पुलिस भी हरकत में आ गई और वहां से लोगों को खदेड़ना शुरू किया।

पथराव होते देख दिव्या मदेरणा के ड्राइवर ने गाड़ी मोड़ दी और पुलिस जाब्ता की तरफ भगाने लगे। यहां भी पूर्व सांसद के समर्थक गाड़ी का पीछा कर पथराव करने लगे।

भोपागढ थानाअधिकारी गिरधारीलाल ने बताया कि दिव्या की गाड़ी पर पूर्व सांसद बद्री राम जाखड़ के पीए नारायण राम नेे लाठी से हमला कर पीछे की तरफ से कांच तोड़ दिए।

बद्रीराम जाखड़ बोले- सब जानते हैं, हमला कौन कर सकता है

बद्रीराम जाखड़ ने कहा- हमला कौन कर सकता है यह सब जानते हैं। नारायण राम पीए को तो मदेरणा के लोगों ने मारा है। मनीष खदाव को बंदी बना कर रखा था और दिव्या व उसके परिवार वाले उससे (मनीष) मिलना चाहते थे। बैरिकेड्स पर जब परिवार ने मनीष से मिलना चाहा तो उन्हें रोका गया। इस पर दिव्या ने मिलाने से इनकार कर दिया। कहा कि यहां मेरी मर्जी चलेगी। इस बात पर ये लोग आपस में उलझ गए और मेरे पीए को मारा। उन्होंने पुलिस पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस भी दिव्या से मिली हुई है। खेड़ापा एसएचओ नेमाराम ने भी मरपीट की।

मदेरणा परिवार का को-ऑपरेटिव चुनाव में वर्चस्व

भोपालगढ़ में होने वाले को-ऑपरेटिव सोसायटी के चुनाव में हमेशा मदेरणा परिवार का वर्चस्व रहा है। इस परिवार के लोग आज भी सोसायटी के चुनाव से जुड़े हैं। यही कारण है कि दिव्या भी इस चुनाव में सक्रिय नजर आईं। चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए मदेरणा गुट से रामजीवन चोटिया और मनीष खदाव का, जबकि जाखड़ के गुट से रामभरोसे जलवाणिया को नामांकन भरवाया गया था।

बताया जा रहा था कि मनीष खदाव के जब नाम वापसी काे लेकर चर्चा हुई तो जाखड़ गुट ने खदाव के परिवार को नाम न लेने के लिए मना लिया। इधर, दिव्या नाम वापसी को लेकर मनीष के पास पहुंचीं। आरोप था कि दिव्या मनीष को परिवार से नहीं मिलने दे रही थीं।

इस चुनाव में मनीष खदाव का नाम वापस लेने के बाद रामजीवन चोटिया और रामभरोसे जलवाणिया के बीच सीधी टक्कर थी। चुनाव में दो वोट खारिज हो गए। इनमें से 5 वोट रामजीवन चोटिया और चार रामभरोसे को मिले। एक वोट से मदेरणा गुट के अध्यक्ष चोटिया की जीत हुई। उपाध्यक्ष राम प्रसाद बबलू पारासरिया चुने गए।

Click to listen highlighted text!