खाजूवाला दुष्कर्म मामले में प्रशासनिक शिथिलता पर राठौड़ का बयान
अभिनव न्यूज, बीकानेर। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि बीकानेर के खाजूवाला में युवती से दुष्कर्म के बाद हत्या करने की घटना में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आना सरकार के माथे पर कलंक है।
राठौड़ ने कहा कि इस मामले में दोषी कांस्टेबल भागीरथ व कांंस्टेबल मनोज कुमार को मात्र निलंबित कर खानापूर्ति की जा रही है जिससे युवती के परिजनों में भी पुलिस प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश है। इस मामले अब तक दोनों आरोपी कांस्टेबलों को गिरफ्तार नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं राज्य सरकार से इस मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग करता हूं।
राठौड़ ने कहा कि इससे बड़े शर्म की बात क्या होगी कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही गृह विभाग के मुखिया है इसके बावजूद एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान 6,337 प्रकरणों के साथ दुष्कर्म में देश में पहले पायदान पर है। जब पुलिस खुद अपराधों को अंजाम देगी तो अपराधी और पुलिस में फर्क क्या रहेगा?
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस राज में अबलाओं की इज्जत लूटने का पुलिस प्रशासन के क्रूर चेहरे का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले कई ऐसे मामले सामने आयें हैं जिसमें पुलिस द्वारा रिश्वत में अस्मत मांगी गई तो कहीं पर थाने में ही महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया गया।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस राज में पुलिस महकमे की हालत ‘बाड़ ही खेत को खा जाये’, जैसी होने लगी है। मुख्यमंत्री जी जवाब दें, जब रक्षक ही भक्षक बन जायेंगे तो जनता की सुरक्षा कौन करेगा ?