अभिनव डेस्क। बजरंगबली हनुमान जी के देश में कई मंदिर है. लेकिन सबसे रहस्यमय और महत्वपूर्ण मंदिर है राजस्थान के दौसा में स्थित मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर. भूत-प्रेत से मुक्ति दिलाने के लिए हजारों की संख्या में भक्त यहां आते हैं. मंदिर में कई मान्यताएं ऐसी हैं. जो बहुत विचित्र हैं. यहां आने से पहले भी भक्तों को कुछ नियमों का पालन करना अनिवार्य माना जाता है. वरना गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में प्रेतराज सरकार और भैरव बाबा की प्रतिमा है. यहां हर दिन दो बजे प्रेतराज सरकार के दरबार में कीर्तन होता है. जिसमें ऊपरी साए के शिकार लोग पहुंचते हैं और आराम पाते हैं.
सामान्य भक्त जो मंदिर आना चाहते हैं, कुछ नियमों में बंधे हैं. जैसे यहां आने से पहले भक्त को एक हफ्ते तक अंडा, मांस, शराब, लहसुन और प्याज नहीं खाना है.
यहीं नहीं मेहंदीपुर बालाजी मंदिर से मिले प्रसाद को घर नहीं ले जाया जाता. ये प्रसाद यहीं बांट दिया जाता है. मंदिर से मिली कोई भी चीज घर पर नकारात्मक शक्तियों को ला सकती है. ऐसा माना जाता है.
मंदिर में बालाजी की छाती के बीच में एक छेद है, जिसमें से लगातार पानी बहता रहता है. ये माना जाता है कि बालाजी का पसीना है.
मेंहदीपुर बालाजी मंदिर में भगवान हनुमान बाल रुप में विराजमान है. जिनके पास ही भगवान राम और माता सीता की मूर्ति है. जिसे हमेश बालाजी देखते रहते हैं.