अभिनव न्यूज, नेटवर्क। शिव प्रिय आस्था और श्रद्धा का अद्भुत श्रावण मास आज से शुरू हो गया है. पहले सोमवार पर बम भोले के जयकारों से गुंजायमान शिवालय हो रहे है. इस बार शिव भक्ति के पावन श्रावण माह में शुरुआत और समापन पर दोनों दिन सोमवार का योग है. ऐसे में पांच श्रावणी सोमवार होने से भी शिव भक्तों में अपार उत्साह देखने को मिल रहा है. हर कोई शिव भक्ती में डूबा नजर आ रहा है.
छोटी काशी जयपुर समेत प्रदेश के प्रमुख शिवालयों में शिवमय माहौल है. जयपुर के प्रमुख ताड़केश्वर महादेव, झारखंड महादेव, पापड़ेश्वर महादेव, चमत्कारेश्वर, रोजगारेश्वर समेत प्रमुख शिव मंदिरों में श्रद्धा का सैलाब उमड़ है. विभिन्न शिवालयों में अलसुबह से ही श्रद्धा की कतार नजर आ रही है. बड़ी संख्या में भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक के साथ पूजन कर रहे है. हर मनोकामना पूर्ति के लिए देवादिदेव महादेव की विशेष विधान से पूजा अर्चना की जा रही है. गलता धाम से गलता कुंड का पवित्र जल लेकर कांवडियों की भी रेलमपेल शुरू हो गई है.
कुंडली में चंद्रमा की स्थिति होगी मजबूतः
सावन माह में भगवान शिव की उपासना होती है. भक्त कावड़ में पवित्र जल भरकर लाते है. और भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करते है. पूरे महीने भक्त श्रद्धा और भक्ति से भोलेनाथ को मनाते है. कहते है सावन में निरंतर पूजा करने से मनचाही इच्छा पूरी होती है. कुंवारी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए सोमवार का व्रत करती है. सावन सोमवार के व्रत से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति भी मजबूत होती है. राहु-केतु का अशुभ प्रभाव भी नहीं पड़ता है.
पांच सोमवार का सावनः
इस बार का सावन बेहद खास है. क्योंकि सावन की शुरुआत और समापन पर दोनों सोमवार दिन है. आज से सावन माह की शुरुआत हुई है. 19 अगस्त को सावन माह का समापन होगा. इस बार सावन में 5 सोमवार पड़ रहे है. सावन में 5 सोमवार होना बेहद शुभ माना जाता है