बीकानेर के छत्तरगढ़ में तेज बारिश से शनिवार सुबह एक घर की दीवार ढह गई। वहां सो रहे दो सगे भाईयों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में राकेश दस साल का था जबकि अनिल महज आठ साल का था। इनका परिवार यहां एक खेत में काम करता था।
छोटूराम का परिवार छत्तरगढ़ के 12 एसटीएम में टप्पूसिंह राजपूत के खेत में मजदूरी करता था। उसके पांच बेटे और एक बेटी घर के अंदर ही सो रहे थे। एक तरफ राकेश और अनिल सो रहे थे, जबकि कुछ फीट दूरी पर ही दूसरे भाई-बहन व माता-पिता सो रहे थे। देर रात बारिश शुरू हुई जो सुबह तक रिमझिम चलती रही। इस बीच करीब पांच बजे कच्ची छत्त दीवार के एक हिस्से के साथ गिर गई। ये दीवार पक्की थी, जो दोनों भाईयों पर आ गिरी। पास ही सो रहे मां-बाप और भाई कुछ कर पाते इससे पहले ही भारी भरकम दीवार सिर पर गिरने से मौत हो चुकी थी। हाहाकार मचा तो आसपास की ढाणी से भी लोग पहुंचे और इन दोनों बच्चों को उठाकर अस्पताल की ओर भागे। वहां इन्हें मृत घोषित कर दिया। बाद में छत्तरगढ़ पुलिस को सूचना दी गई, जहां से थानाधिकारी जयकुमार भादू मौके पर पहुंचे। फिलहाल बच्चों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
पांच भाई और एक बहन
राकेश और अनिल कुछ छह भाई बहन है। इसमें एक बहन है। पूरा परिवार साथ ही रहता है। खेतों में मजदूरी के कारण छोटूराम इन बच्चों को अपने साथ ही अलग अलग खेतों में ले जाता है। इस गरीब परिवार को खेत मालिक ही रहने के लिए जगह देता है। जिस मकान में हादसा हुआ, वो चारों तरफ से पक्की दीवार से बना है जबकि छत्त कच्ची है।