
आज इतने बजे से शुरू हो रहा है सूतक काल, ग्रहण के दौरान किन बातों का रखें ध्यान, जानें जरूरी बातें
अभिनव डेस्क। आज आश्विन पूर्णिमा के दिन खग्रास चंद्र ग्रहण लगेगा। यह ग्रहण इस वर्ष का चौथा और आखिरी ग्रहण होगा। बता दूं कि जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा क्रमशः एक ही सीध में होते हैं या चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है, तब चंद्र ग्रहण लगता है और अबकी बार चंद्रमा पूर्ण रूप से पृथ्वी की प्रच्छाया से ढका हुआ रहेगा। अतः यह खग्रास चंद्र ग्रहणहोगा। मेष राशि और आश्विनी नक्षत्र पर लगने वाला यह ग्रहण खण्डग्रास रूप में पूरे भारतीय परिक्षेत्र के अलावा सम्पूर्ण एशिया, यूरोप, अफ्रीका, पश्चिम-दक्षिण प्रशांत महासागर, अमेरिका के पूर्वी भाग, अटलांटिका महासागर तथा हिंद महासागर में दिखेगा। चंद्रास्त के समय आस्ट्रेलिया, उत्तरी प्रशांत महासागर, रूस के पूर्वी क्षेत्र में ग्रहण का स्पर्श काल होगा। चंद्रोदय के समय ग्रहण का मोक्ष उत्तर एवं दक्षिण अटलांटिका महासागर, ब्राजील का पूर्वी क्षेत्र और...