तो क्या रविंद्र सिंह भाटी की वजह से बाड़मेर में भाजपा की हुई करारी हार, सामने आए 7 चौंकाने वाले आंकड़े
अभिनव न्यूज, नेटवर्क। बाड़मेर में कांग्रेस की जीत का आधार उसका बेसिक फार्मूला रहा। जातिगत वोटों का गणित कांग्रेस के पक्ष में रहते ही राह आसान हो जाती है। कांग्रेस की हार बड़े नेताओं की लड़ाई पर होती है और जीत का तरीका है इनका एक रहना। भाजपा का धरातल विधानसभा चुनावों के बाद खिसक गया था। पहले दिन से हार की लड़ाई लड़ी जा रही थी। बड़े नेताओं को भी पता था कि मुश्किल हैै लेकिन मुमकिन करने को ताकत झौंकने में कमी नहीं रखी।
जेएमएम फार्मूला
कांग्रेस के लिए बाड़मेर में जातिगत वोट बैंक का एक फार्मूला है, जेएमएम यानि जाट, मुसलमान, मेघवाल। कांग्रेस ने इस बार इस फार्मूले पर काम किया। तीनों ही बड़े वोट बैंक पक्ष में रहने से कांग्रेस के लिए जीत की राह आसान हुई।
नेताओं ने लड़ाई खत्म की
कांग्रेस में बड़े नेताओं की लड़ाई की वजह से नीचे के स्तर इसका असर जाता है। इस चुनाव में कांग्रेस के बड़े नेता ...