बीकानेर | महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को लेकर कवायद शुरू कर दी है। नए शिक्षा सत्र 2022-23 से कॉलेज स्तर पर पीजी कक्षाओं में सेमेस्टर प्रणाली लागू हो सकती है। वहीं सिलेबस का निर्धारण भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुताबिक होगा। कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने के लिए विश्वविद्यालय के 6 संकायों के अधिष्ठाता एवं विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों के अध्ययन बोर्ड के संयोजकों की उच्चस्तरीय बैठक हुई।
कुलपति ने समस्त अधिष्ठाता एवं शिक्षकों को शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन के लिए समयबद्ध कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। धरातल पर आने वाली व्यवहारिक कठिनाईयों से भी विश्वविद्यालय को अवगत कराना होगा। उन्होंने कहा शैक्षणिक सत्र 2022-23 से सम्बद्ध महाविद्यालयों के लिए विश्वविद्यालय पाठ्यक्रमों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसरण में सेमेस्टर प्रणाली, च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम एवं कौशल विकास प्रोग्राम्स का पाठ्यक्रमों में समावेश किया जाए।
बैठक में इन तीन बिन्दुओं पर समस्त संकायाध्यक्षों एवं संयोजकों से सुझाव भी प्राप्त किए। नए सत्र से पाठ्यक्रम में इन तीनों प्रोग्रामों के समावेश पर सभी ने सहमति दी। प्रथम चरण में उन संकायों में स्नातकोत्तर स्तर पर सेमेस्टर प्रणाली लागू करने की सहमति प्रदान की गई। जिनमें नियमित विद्यार्थियों की संख्या अधिकतम 1500 की सीमा तक हो।
साथ ही स्नातक स्तर पर संचालित बीसीए, बीबीए, बीएफए शिक्षा एवं विधि पाठ्यक्रमों में भी सेमेस्टर प्रणाली लागू करने की संभावना बनाई जाए। बैठक में अधिष्ठाता डाॅ.जीपी सिंह, प्रो.सुरेश कुमार अग्रवाल, डाॅ.भगवानाराम बिश्नोई, डाॅ.बीएस रतन, उप कुलसचिव शैक्षणिक डाॅ.बिट्ठल बिस्सा सहित विभिन्न अध्ययन बोर्ड के संयोजक शामिल हुए।