अभिनव न्यूज, नेटवर्क। रेलवे की ओर से प्रयागराज-बीकानेर ट्रेन के ट्रेक में बदलाव की कवायद की जा रही है। जिसका प्रस्ताव भी लिया जा चुका है। अगर प्रस्ताव मंजूर हो जाता है तो सादुलपुर क्षेत्र के लोगों को प्रयागराज बीकानेर की सुविधा से वंचित होना पड़ सकता है। सूत्रों के अनुसार सप्ताह में तीन दिन सीकर-झुंझुनूं लोहारू सादुलपुर के बीच चलने वाली प्रयागराज-बीकानेर ट्रेन का संचालन सातों दिन सीकर-फतेहपुर-चूरू के बीच करने पर विचार किया जा रहा है।
जिसके लिए उच्च स्तर पर प्रस्ताव बनाया गया है। प्रस्ताव की मंजूरी के बाद सीकर-झुंझुनूं-लोहारू सादुलपुर रूट पर प्रयागराज-बीकानेर ट्रेन का संचालन बंद हो जाता है तो क्षेत्र सहित लुहारू के हजारों यात्रियों को परेशानी होगी। धार्मिक स्थल गोवर्धन, मथुरा, प्रागराज, कानपुर, आगरा समेत अन्य जगहों पर पहुंचने के लिए सादुलपुर से सीधी ट्रेन मिलनी मुश्किल हो जाएगी। जानकारी के अनुसार प्रयागराज बीकानेर ट्रेन का सप्ताह में सोमवार, गुरुवार और शनिवार को सीकर झुंझुनूं-लोहारू सादुलपुर रूट पर संचालन किया जाता है।
एक मार्ग, एक नंबर पर संचालन
वर्तमान में प्रयागराज-बीकानेर-प्रयागराज सुपर फास्ट के रूप में चार दिन वाया चूरू, फतेहपुर और तीन दिन लोहारू सादुलपुर होकर संचालित हो रही है। जिसके टर्मिनेटिंग व ऑरिजनेटिंग गत 28 अप्रेल से बीकानेर के स्थान पर लालगढ़ 30 जून तक किया गया है। पूर्व में यह गाड़ी जयपुर तक इलेक्ट्रिक इंजन और उससे आगे बीकानेर तक डीजल इंजन से संचालित होती थी, जो अब बीकानेर तक इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित हो रही है। प्रस्ताव दिया गया है कि गाड़ी के जयपुर में इंजन बदलाव के समय को बचाकर उसके समय में आंशिक परिवर्तन कर एक मार्ग एक नंबर करते हुए जैसलमेर तक विस्तार किया जा सकता है।
इनका कहना है
प्रयागराज ट्रेन बंद होने से सादुलपुर, लुहारू क्षेत्र धार्मिक स्थल मथुरा, आगरा, कानपुर, प्रयागराज से वंचित हो जाएंगे। प्रयागराज ट्रेन का संचालन इसी रूट पर यथावत रखने की जरूरत है। अगर ट्रेन के रूट में बदलाव किया जाता है तो इसका विरोध किया जाएगा।
– घनश्याम कन्दोई मितल अध्यक्ष न्यू सादुलपुर राजगढ़ विकास समिति सादुलपुर जंक्शन बीकानेर डिविजन