खाने का तेल बेचने वाले ब्रांड धारा अपने सरसों और रिफाइंड ऑयल की कीमत 15 रुपए सस्ता करने वाली है। यह मदद डेयरी की कंपनी है। जिसने सरसों, सोयाबीन और सनफ्लावर तेल के दाम घटाने का ऐलान किया है। इसके पहले कल ही यानी गुरुवार को ब्रांडेड एडिबल ऑयल मैन्युफैक्चर्स ने पाम, सूरजमुखी और सोयाबीन तेल की कीमतों में 20 रुपए प्रति लीटर तक की कमी की थी। अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आई नरमी के बाद ये कटौती की गई है। इस गिरावट से ग्राहको को महंगाई से कुछ राहत मिली है।
खाने के तेल की बड़ी कंपनियां अडाणी विलमर और रुचि इंडस्ट्रीज के अलावा जेमिनी एडिबल्स एंड फैट्स इंडिया, मोदी नेचुरल्स, गोकुल री-फॉयल एंड सॉल्वेंट, विजय सॉल्वेक्स, गोकुल एग्रो रिसोर्सेज और एन.के. प्रोटीन ने तेल की कीमतों में कटौती की थी। अब इसमें मदर डेयरी का नाम भी शामिल हो गया है।
15 रुपए तक सस्ता हुआ धारा का तेल
मदर डेयरी ने एक बयान में कहा कि धारा ब्रांड के तहत सभी कैटेगरी के तेलों के दाम 15 रुपए तक कम किए जा रहे हैं। दाम में ये कटौती MRP पर होगी। सरकार की कोशिशों, अंतरराष्ट्रीय बाजारों के घटते असर और घरेलू स्तर पर सनफ्लावर ऑयल की पर्याप्त होने के चलते कंपनी सरसों, सोयाबीन और सनफ्लावर ऑयल के दाम कम करने जा रही है। मदर डेयरी ने साफ किया कि घटी हुई कीमतों वाले सरसों तेल के पैकेट जल्द ही बाजार में पहुंच जाएंगे।
पाम ऑयल भी हुआ सस्ता
इंडियन वेजिटेबल ऑयल प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधाकर राव देसाई ने कहा कि तेल के दाम में कमी का असर तुरंत ग्राहकों तक पहुंचने लगेगा। अभी पाम ऑयल के दाम 7-8 रुपए प्रति लीटर तक गिरे हैं। जबकि सनफ्लावर और सरसों तेल के दाम में 10-15 रुपए प्रति लीटर तक की कमी आई है। वहीं सोयाबीन ऑयल 5 रुपए लीटर तक सस्ता हुआ है।
फॉर्चुन तेल भी होगा सस्ता
इस बीच खाने वाले तेल को बेचने वाली सबसे बड़ी कंपनी अडाणी विल्मर के मैनेजिंग डायरेक्टर अंगुश मलिक का कहना है कि कंपनी अपने फॉर्चुन ब्रांज के करीब सभी कैटेगरी के तेलों की कीमत घटाने जा रही है। बाजार ट्रेंड को देखते हुए एमआरपी में कटौती वाली पैकिंग अगले हफ्ते तक बाजार में पहुंच जाएगी।
वहीं हैदराबाद की कंपनी जेमिनी एडिबल्स एंड फैट्स इंडिया ने पिछले हफ्ते ही अपने फ्रीडम सनफ्लावर ऑयल के एक लीटर पाउच की कीमत 15 रुपए घटाकर 220 रुपए कर दी थी। इस हफ्ते कंपनी इसके दाम में 20 रुपए प्रति लीटर की कटौती और करने जा रही है।
बढ़ी है सनफ्लावर ऑयल की सप्लाई
बीते कुछ हफ्तो में देश में सनफ्लावर ऑयल की सप्लाई रूस और अर्जेंटीना जैसे देशों से बढ़ी है। इसका असर दाम में गिरावट के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं केंद्र सरकार ने भी कच्चे सूरजमुखी तेल पर आयात शुल्क घटाया है। जबकि घरेलू स्तर पर सनफ्लावर सीड की पैदावार इस बार अच्छी रही है।
अर्जेंटीना और रूस से सप्लाई शुरू
क्रूड सनफ्लावर ऑयल पर शुल्क कटौती से सूरजमुखी के तेल की कीमतों को कम करने में मदद की है। इसके अलावा पिछले कुछ हफ्तों से अर्जेंटीना और रूस जैसे देशों से सूरजमुखी तेल की सप्लाई हो रही है। इस कारण कीमतों में गिरावट आई है।
सुरजमुखी तेल की 70% खपत दक्षिणी राज्यों में
जेमिनी एडिबल्स एंड फैट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट पी चंद्रशेखर रेड्डी ने कहा, भारत में सूरजमुखी तेल की लगभग 70% खपत दक्षिणी राज्यों और ओडिशा में होती है। तेल की सप्लाई बढ़ी है और वैश्विक कीमत कम हो रही है, लेकिन अभी तक ये कोविड के पहले के लेवल तक नहीं पहुंच पाई है।
हर साल 1.3 करोड़ टन खाने के तेलों का आयात करता है भारत
अंतरराष्ट्रीय बाजार में उच्च दरों के कारण पिछले एक साल से खाद्य तेल की कीमतें बहुत ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं। घरेलू मांग को पूरा करने के लिए भारत सालाना लगभग 1.3 करोड़ टन खाद्य तेलों का आयात करता है। खाने के तेलों के लिए देश के इंपोर्ट पर निर्भरता 60% की है।