


अभिनव न्यूज, नेटवर्क। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) के प्रमुख मसूद अज़हर (Masood Azhar) के परिवार वालों की भी जान गई है. हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और चार क़रीबी सहयोगी मारे गए हैं (Masood Azhar family members death).
बीबीसी उर्दू की ख़बर के मुताबिक़, जैश-ए-मोहम्मद ने 7 मई को एक बयान जारी किया. इसमें दावा किया गया कि मृतकों में मौलाना मसूद अज़हर की बड़ी बहन और उसका पति शामिल है. मसूद अज़हर का भतीजा और उसकी पत्नी की भी जान गई है. साथ ही, मसूद की एक अन्य भतीजी और उसके परिवार के पांच बच्चे भी मृतकों में शामिल हैं.
बयान में ये भी कहा गया है कि इस हमले में मसूद अज़हर का एक क़रीबी सहयोगी और उसकी मां भी मारे गए. साथ ही, मसूद के दो अन्य क़रीबी सहयोगी भी मारे गए. जैश-ए-मोहम्मद के बयान में भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना भी की गई. कहा गया,
इस अत्याचार ने सभी नियम तोड़ दिए हैं. अब किसी को दया की उम्मीद नहीं करनी चाहिए.
दरअसल, भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के जिन नौ ठिकानों को निशाना बनाया, उनमें से एक बहावलपुर भी था. इसी बहावलपुर में मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वॉर्टर था. इस हेडक्वॉर्टर को सुभान अल्लाह मस्जिद से चलाया जाता था. भारत ने हवाई हमले में इस मस्जिद को उड़ा दिया है.
बहावलपुर पाकिस्तान का 12वां सबसे बड़ा शहर है और लाहौर से 400 किलोमीटर दूर स्थित है. इंडिया टुडे के इनपुट के मुताबिक़, मस्जिद वाला सुभान अल्लाह कैंप मलबे में तब्दील हो चुका है.
18 एकड़ में फैले इस कैम्प को उस्मान-ओ-अली परिसर के नाम से भी जाना जाता है. जो जैश-ए-मोहम्मद के लिए भर्ती, पैसे जुटाने और ट्रेनिंग का सेंटर है. हमलों में एक अन्य मस्जिद -मुरीदके में मस्जिद और मरकज तैयबा- भी शामिल था. जो जैश-ए-मोहम्मद का एक और गढ़ है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, भारतीय हमलों में बहावलपुर और मुरीदके में लगभग 30 आतंकवादी मारे गए. जबकि अधिकारी अभी भी अन्य स्थानों पर मारे गए आतंकवादियों की संख्या की पुष्टि कर रहे हैं. बताया जाता है कि 70 से 80 के बीच आतंकवादियों को मार गिराया गया है.