अभिनव न्यूज
चुरू। चुरू जिले में स्थित बालिका गृह में पांच बच्चियों के साथ सीडब्ल्यूसी मेंबर द्वारा बालिका गृह में रह रही पांच बेटियों के साथ अश्लील बातें करने ,उनके प्राइवेट पार्ट छूने ,और मारपीट कर डराने धमकाने का मामला सामने आया है
घटना चूरू बालिका गृह में पिछले साल की बताई जा रही है जहां 5 बच्चियां रह रही थी राज्य सरकार ने पेशे से वकील मनोज सैनी को जिले का सीडब्ल्यूसी मेंबर बनाया इस कारण बालिका गृह की जांच के लिए वह हर महीने आता था बालिका गृह में बच्चियों ने बताया कि मनोज सैनी उन्हें अकेले कमरे में ले जाकर बात करता था और पूरे स्टाफ को बाहर निकाल देता था
बालिका गृह का स्टाफ भी सीडब्ल्यूसी अधिकारी की बातें मानने को मजबूर था लेकिन बार-बार बालिकाओं को अकेले में ले जाकर बातचीत करने पर उन्होंने आपत्ति की इस पर मनोज सैनी नाराज हो गए मनोज सैनी ने अप्रैल 2022 में बालिका गृह में अनियमितताओं की शिकायत करते हुए उसे बंद करवा कर बच्चियों को बीकानेर के बालिका गृह में शिफ्ट करवा दिया
चूरू बालिका गृह की जांच के लिए बीकानेर की सहायक निदेशक कविता स्वामी व चूरू के सहायक निदेशक नरेश ने 4 मई 2022 को चूरू बालिका गृह के व्यवस्थाओं की जानकारी के लेने के लिए पूछताछ की गई जिसमें बालिकाओं ने उनके साथ हुई घिनौनी करतूत के बारे में बताया,
बालिकाओं ने कमेटी को मनोज सैनी की घिनौनी करतूतओ के बारे में बताया और कहा कि वह उन्हें अकेले कमरे में ले जाता था और उनसे छेड़छाड़ करता था कई बार उन्हें डराया धमकाया एक बच्ची ने बताया कि मनोज ने कमरे में उसके साथ गंदी हरकत की थी और उसके साथ मारपीट भी की
मामले में सबसे हैरान कर देने वाली बात ये है कि बाल अधिकारिता विभाग ने 6 महीने पहले मनोज सैनी को बर्खास्त करने की मंजूरी के लिए फाइल भेजी थी, लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिली। 1 जून को आरोपी मनोज सैनी के खिलाफ चूरू में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हो गया, लेकिन गिरफ्तारी तो दूर CWC में उसकी सदस्यता कायम है।
बयान बदलवाने की कोशिश
दूसरी बालिका ने कमेटी की पूछताछ में बताया कि मनोज सैनी ने कमरे में उसके साथ गंदी हरकत की थी। उसने यह भी बताया कि उनसे चूरू में पहले से पॉक्सो एक्ट का मामला दर्ज करवा रखा है। इस कारण वह चूरू बालिका गृह में रह रही है।
नाबालिग का पति व ससुराल के अन्य व्यक्तियों द्वारा शारीरिक शोषण का मामला चल रहा है। बालिका ने आरोप लगाया कि मनोज सैनी ने डरा धमकाकर बयान बदलने के लिए पॉक्सो एक्ट के आरोपियों से जबरन मिलवाया। अपने फोन से आरोपियों से बात भी करवाई।