अभिनव न्यूज।
नागौर : नागौर कोर्ट के बाहर 19 सितंबर को दिनदहाड़े हरियाणा के गैंगस्टर संदीप सेठी को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में पूर्व में तीन सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहीं चार दिन पहले दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
ये दोनों बदमाश दीप्ति गैंग के फाइनेंसर और लेन-देन का काम करते थे। वहीं दोनों आरोपियों को 28 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया गया है। जिनसे लगातार पुलिस पूछताछ कर रही है। जिसमें गैंग के हरियाणा और चंडीगढ के कई बदमाशों को नाम सामने आए हैं। मामले में एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि गैंगस्टर के मर्डर प्रकरण को ट्रेस आउट करने के लिए विशेष दल (SIT)का गठन किया गया था। जिन्होंने वारदात के बाद करीब 900 सीसीटीवी कैमरे खंगाले।
वहीं साइबर टीम के सहयोग से आरोपियों का रूट ट्रेस कर फील्ड इंटेलिजेंस से प्रकरण की घटना शरीक अभियुक्तों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां मिली। जिस पर पूर्व में 27 सितंबर को आरोपी सुनील उर्फ पंडित, संदीप लांबा और जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं मामले में गांव जाखोद खेडा थाना आदमपुर जिला हिसार (हरियाणा) हाल निवासी भामाशाहा नगर बिजली बोर्ड के सामने बाल समंद रोड हिसार पुलिस थाना कोतवाली हिसार जिला हिसार (हरियाणा) रहने वाले नवीन सेठ और आदमपुर थाना अगरवामोड़ हिसार हरियाणा रहने वाले प्रवीण विश्नोई को गिरफ्तार किया गया।
नवीन उर्फ नवीन सेठ गैंगस्टर दीपक उर्फ दीप्ति की दीप्ति गैंग के लिये फाइनेंसर और लेन-देन का काम देखता है वहीं अपने मोबाइल नंबर से दीप्ति गैंग की फेसबुक आईडी को चलाता है। साथ ही मुलजिम प्रवीण उर्फ पपल फाइनेंस व लेन-देन का काम देखने वाले नवीन उर्फ नवीन सेठ का सहयोगी है। जिनसे अब पूछताछ की जा रही है।
ये है पूरा मामला
संदीप सेठी सहित दो अन्य गाड़ियों में हरियाणा से नागौर कोर्ट में हत्या के एक मुकदमे पर 19 सितंबर को पेशी पर आए थे। लंच का समय होने के बाद संदीप सेठी और नरेंद्र सांखला भी लंच करने के लिए जैसे ही कोर्ट से बाहर आए तो अनुप ढावा, दीपक उर्फ दीप्ति, जोनी जुगलान और अनिल उर्फ छोटिया सहित अन्य 4-5 लोग पीछे से पैदल भागकर आये और अनूप ढावा ने पिस्तौल से संदीप सेठी के सिर में पास से गोली मारी व ताबडतोड़ फायरिंग की।
इनके साथ दीपक उर्फ दीप्ति व अनिल उर्फ छोटिया तथा जोनी जुगलान भी वारदात में साथ थे। इस दौरान फायरिंग होते ही उन लोगों को पकड़ने की कोशिश की तो उस दौरान रवि पूनिया धर्मवीर को गोली लगी तथा सूर्यकांत को गोली जांघ में छूकर निकल गई। मौके पर अन्य लोगों को भी चोटें आई। उसके बाद वे लोग मौके से आगे खड़ी बाइकों पर बैठकर तथा कुछ पैदल ही मौके से भाग गए।
गोली लगने से संदीप सेठी मौके पर गिर गया तथा मौके पर रोड़ पर खून बिखर गया, जिसे अस्पताल लेकर गये। जहां उसकी मौत हो गई। संदीप गोदारा की हत्या का बदला लेने के लिए ही दीपक उर्फ दिप्ती व अनिल छोटिया, अनूप ढावा तथा जोनी जुगलान व अन्य 4-5 साथियों ने संदीप सेठी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।