अभिनव न्यूज
जयपुर। सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थी भी अब स्मार्ट बनेंगे। उन्हें भी अब निजी स्कूलों की तर्ज पर बेहतर शिक्षा मिलेगी। गहलोत सरकार अब सरकारी स्कूलों में स्मार्ट टीवी प्रोजेक्ट सहित अन्य उपकरण लगने के साथ बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे।
स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों के चलते बच्चों के अध्ययन में बनी परेशानी एवं विद्यार्थियों के लिए डिजिटल शिक्षण व्यवस्था एवं परीक्षा के श्रेष्ठ परिणाम के लिए राज्य के 9401 तथा जिले के 200 स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम बनेंगे।आगामी सत्र से स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम विकसित किए जाएगें। धौलपुर जिले में 200 स्कूलों के लिए स्वीकृति जारी की गई है।
इसके लिए प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी। स्कूलों में ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई से शुरू होने वाली कक्षाओं तक पूरे जिले में स्मार्ट क्लास रूम विधिवत संचालित होना शुरू हो जाएंगे। इस संबंध में राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के राज्य परियोजना निदेशक ने आदेश जारी किया है। वहीं, जिले के 50 स्कूलों में विभिन्न कंपनियों के सीएसआर के माध्यम से स्मार्ट क्लास रूम शुरू कर दिए गए हैं।
इस प्रकार ग्रीष्मावकाश के बाद जिले के 250 स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम से पढ़ाई शुरू होगी। रिक्त पदों में साबित होगी मददगार राज्य सरकार की ओर से बजट घोषणा करने पर अनुपालना में स्मार्ट स्कूलों की सूची जारी होते ही स्मार्ट कक्ष बनाने को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। स्मार्ट क्लास रूम बनने से डिजिटल शिक्षण व्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
साथ ही जिलेभर में विषयाध्यापकों के अधिकांश पद रिक्त होने से प्रभावित हो रही पढ़ाई में यह स्मार्ट क्लास रूम काफी सहायक सिद्ध होंगे। ऑनलाइन होगा कार्य स्मार्ट क्लास रूम में स्मार्ट टीवी, इंटरएक्टिव फ्लैट डिस्प्ले होगा तथा प्रोजेक्टर लगाए जाएंगे। इससे विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षण कार्य भी कर सकेंगे। स्मार्ट क्लास शिक्षण और सीखने के उपकरणों की एक शृंखला के साथ एक डिजिटल रूम से सुसज्जित कक्षा होगी। इसमें श्रव्य और दृश्य शिक्षण सामग्री शामिल है। उसके माध्यम से शिक्षक कक्षा शिक्षण को आकर्षक बना सकेंगे।