अभिनव टाइम्स | जालोर में आज एक करिश्मा हुआ। दरअसल, 12 साल का बच्चा 250 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था, लेकिन एक देसी जुगाड़ से 15 मिनट में ही उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बच्चे को बचाने के लिए न तो मशीनों का यूज हुआ, न भारी-भरकम अमले का। बच्चा बोरवेल में करीब 90 फीट पर फंसा हुआ था। मौके पर पहुंचे एक्सपर्ट मादाराम सुथार ने देसी जुगाड़ से 15 मिनट में बच्चे को सकुशल बाहर निकाल दिया।
जानकारी के अनुसार तवाव निवासी निंबाराम चौधरी खेत पर खेल रहा था। बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना पर उसके पिता जोइताराम चौधरी ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे। मां ने बताया जिस समय हादसा हुआ उस दौरान बच्चा अकेला था।
ऐसे बनाते हैं देसी जुगाड़
देसी जुगाड़ के लिए बराबर लंबाई के तीन पाइप लिए जाते हैं। इन तीनों पाइप को बांधा जाता है और लास्ट में एक टी-बनाते हैं। इस पर एक जाल बांधा जाता है। यह सभी एक मास्टर रस्सी से जुड़ी रहती है। इस पर कैमरा भी जोड़ा जाता है। इससे पता चलता है कि बच्चा जुगाड़ में फंसा या नहीं। मास्टर रस्सी का कंट्रोल बाहर खड़े युवक के पास रहता है। इस पूरे स्ट्रक्चर को बोरवेल में उतारा जाता है। जैसे ही यह स्ट्रक्चर बच्चे पर जाता है। तो उस मास्टर रस्सी को बाहर से खींचा जाता है, जिससे बच्चा उसमें फंस जाए। जैसे ही बच्चा उसमें फंसता है, बच्चे को बाहर खींच लिया जाता है।
इधर, घटना की जानकारी मिलते ही जसवंतपुरा SDM राजेंदसिंह चांदावत समेत तमाम बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। बच्चे को बोरवेल से निकालने के लिए प्रशासन ने देसी जुगाड़ के एक्सपर्ट मेडा निवासी मादाराम सुथार को मौके पर बुलाया। मादाराम ने देसी जुगाड़ से बच्चे को करीब 15 मिनट में ही बोरवेल से बाहर निकाल दिया। मौके पर मौजूद मेडिकल टीम ने बताया कि बच्चा स्वस्थ है।