राजस्थान | में प्री-मानसून में ही नदियां बहने लगी हैं। पाली, सिरोही, उदयपुर, जालोर के कई इलाकों में सोमवार को हुई बारिश के बाद वहां कई नदियों में फिर से पानी बहने लगा। अमूमन बहुत कम होता है, जब प्री-मानसून में 15 जून से पहले बरसाती नदियां बहती हुई लोगों को देखने को मिलती हो। रेगिस्तानी जिले जैसलमेर-बाड़मेर में भी तेज बारिश हुई। बरसात से लू, तपन और सूखे की मार झेल रहे लोगों को राहत मिली है।
सिरोही के पिंडवाड़ा तहसील में बारिश के चलते झाडोली नदी में पानी की आवक शुरू हुई। नदी में पानी आता देख लोगों ने गाड़ियों की आवाजाही को रोक दिया। पाली में काकराड़ी व कोयलवाव नदी में पानी आ गया। इन नदियों में आए पानी ने पाली की उम्मीदों को जगाया, इससे जवाई बांध में पानी की आवक शुरू हो सकती है।
बाड़मेर में भी तेज बारिश से सड़कों पर नदियों की तरह पानी बहने लगा। दुपहिया व पैदल राहगीरों का रोड पर चलना हुआ मुश्किल। जालोर के रानीवाड़ा क्षेत्र के जाखड़ी, धानोल, रतनपुर गांवों में जोरदार बारिश होने के बाद किसानों के चेहरे खिल गए।
जैसलमेर में हवा के साथ झमाझम
जैसलमेर के पोकरण में सोमवार को बारिश के साथ तेज हवा चली। करीब 40KM स्पीड से चली हवा के साथ आधे घंटे तक बरसात हुई। बरसात के बाद दिनभर की तेज गर्मी से लोगों को राहत मिली। वहीं बीकानेर एरिया में भी अच्छी बारिश के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली।
मानसून की स्पीड बढ़ी, गुजरात में किया प्रवेश
राहत की खबर ये है कि मानसून के आगे बढ़ने की स्पीड थोड़ी तेज हो गई और सोमवार को मानसून की दक्षिणी-पश्चिमी सीमा ने मुंबई से आगे बढ़ते हुए गुजरात के वापी के रास्ते सूरत, सोमनाथ तक प्रवेश कर लिया। मौसम विशेषज्ञों की माने तो मानसून के आगे बढ़ने के कारण राजस्थान में मोइश्चर (नमी) का लेवल बढ़ रहा है, जो आने वाले दिनों के लिए अच्छे संकेत है।
जगह | बारिश (MM) |
डूंगरगढ़ (बीकानेर) | 15 |
बीकानेर | 17.6 |
उदयपुर | 13 |
फलौदी (जोधपुर) | 5.8 |
पिलानी (चूरू) | 5.4 |