बीकानेर | फटाफट रुपए कमाने के लिए युवा किस तरह रास्ता भटक रहे हैं, इसका उदाहरण बीकानेर में देखने को मिला है। जहां एक युवक ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई का धर्मभाई बताते हुए दो किसानों से पांच-पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी। किसानों ने फिरौती नहीं दी तो अपने ही पिता को SMS करके दस लाख रुपए की डिमांड कर दी। इस बीच एक किसान ने पुलिस को शिकायत कर दी और मामले का भंडाफोड़ हो गया। अब युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल, बीकानेर के सोहन बिश्नोई के पास बुधवार को कॉल आया था कि वो लॉरेंस बिश्नोई का धर्मभाई जावेद गंगानगर बोल रहा है। सोहन से पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी, रुपए नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। सोहन ने इस मामले में पुलिस को शिकायत कर दी। उधर, केबिनेट मंत्री को मिली धमकी के मामले में उलझी बीकानेर पुलिस ने इस केस पर भी काम शुरू किया। तब पता चला कि कॉल जिस नंबर से आया वो विवेक बिश्नोई का है, जो खाजूवाला के चक 16 केवाईडी में रहता है। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो विवेक ने बताया कि उसका फोन तो रिश्ते में भतीजे राहुल बिश्नोई के पास था। पुलिस ने राहुल से पूछताछ की तो कई चौंकाने वाली बात सामने आई।
एक नहीं दो किसानों को धमकाया
राहुल बिश्नोई ने पहले सोहन बिश्नोई से पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी, उससे रुपए नहीं मिले तो 365 हेड रावला में रहने वाले सीताराम गोदारा से पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी। दोनों ने ही रुपए नहीं दिए तो राहुल ने अपने ही पिता महेंद्र बिश्नोई को एक SMS करके दस लाख रुपए की डिमांड कर दी। सीताराम और उसके पिता इस मामले में कोई कार्रवाई करते, उससे पहले पुलिस ने राहुल को दबोच लिया।
सोशल मीडिया का असर
राहुल बिश्नोई एक मेडिकल की दुकान में काम करता है। उसे फटाफट रुपए कमाने की इच्छा हो रही थी। इस बीच उसे लॉरेंस बिश्नोई का नाम मिल गया। सोशल मीडिया से ही उसे पता चला कि लोग लॉरेंस बिश्नोई के नाम से डरते हैं, इसलिए उसी नाम से धमकाना शुरू कर दिया। ये बात अलग है कि उसका पहला ही दाव उलटा पड़ गया।
साइबर टीम का कमाल
बीकानेर पुलिस की साइबर टीम ने इस मामले में फटाफट खुलासा कर दिया। खाजूवाला थानाधिकारी अरविन्द सिंह के अलावा एएसआई संतराम, कांस्टेबल भागीरथ, दलीपसिह, मंगलसिह, मदनलाल के अलावा साइबर टीम के हेड कांस्टेबल दीपक यादव और दिलीप सिंह ने मामले का खुलासा किया।