अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान की भजनलाल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से 19 नए जिले बनाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से विधानसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले की गई कुचामन, मालपुरा व सुजानगढ़ को जिला बनाने की घोषणा पूरी नहीं होगी।
राजस्थान की भजनलाल सरकार ने विधानसभा में विधायक हरिशचन्द्र मीणा की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है कि नए जिलों के पुनर्गठन/सृजन के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति को समाप्त कर दिया है। ऐसे में अब कुचामन, मालपुरा व सुजानगढ़ के जिले बनने की संभावना खत्म हो गई है।
एक साथ बनाए गए थे 19 नए जिले
बता दें कि पिछले साल पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले दो बार नए जिलों की घोषणा की थी। पहले चरण में 19 नए जिले बनाए थे। इसके बाद राजस्थान में कुल जिलों की संख्या 50 हो गई थी।
ये तीन शहर इसलिए नहीं बन पाए जिले
विधानसभा चुनाव की आचार संहिता से ठीक पहले कांग्रेस सरकार ने तीन और जिलों की घोषणा कर दी थी। ऐसे में पहले से माना जा रहा था कि इन तीन जिलों को रद्द किया जा सकता है। क्योंकि आचार संहिता लगने के कारण कुचामन, मालपुरा व सुजानगढ़ जिले पर कोई काम नहीं हो पाया था।
राजस्थान में अब 50 जिले ही रहेंगे
राजस्थान में पहले 33 जिले थे। लेकिन, 19 नए जिले बनाने के बाद इनकी संख्या 52 हो गई थी। हालांकि, जयपुर और जोधपुर को दो भागों में बांटा गया था। इस कारण जिलों की संख्या कुल 50 हो गई थी। राजस्थान में अब अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन, दूदू, फलौदी, गंगापुर सिटी, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर शहर, जोधपुर ग्रामीण, केकड़ी, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, नीमकाथाना, सलूम्बर, सांचौर, शाहपुरा (भीलवाड़ा), श्रीगंगानगर, धौलपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, करौली, सवाई माधोपुर, जैसलमेर, पाली, दौसा, सिरोही, झुंझुनूं, सीकर, बूंदी, बारां, झालावाड़, कोटा, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, राजसमंद, बाड़मेर, जालौर, भरतपुर, अलवर, प्रतापगढ़, अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर, टोंक और उदयपुर जिला हैं।