


अभिनव न्यूज
जयपुर/बीकानेर। राजस्थान में आज शाम से मौसम फिर से बदलने लगेगा। पाकिस्तान में सक्रिय होते पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान समेत उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर में शाम से बादल छाने लगेंगे। राजस्थान में गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर एरिया में इसका असर देखने को मिल सकता है।
जयपुर मौसम केन्द्र के मुताबिक 29 मार्च से राज्य में थंडर स्टॉर्म (बादल छाने, बारिश होने, आंधी चलने, बिजली चमकने) की गतिविधियां शुरू हो जाएगी। इस बार मार्च का महीना ठंडा रहा है। इसके पीछे कारण पश्चिमी विक्षोभ का लगातार आना है। इस कारण इस बार राज्य में कहीं भी दिन का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक नहीं पहुंचा है।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक इस महीने ये छठा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके कारण राज्य में बारिश और ओलावृष्टि होगी। पिछले 25 दिनों से लगातार एक के बाद एक सिस्टम बनने के कारण इस बार मार्च में गर्मी कंट्रोल में रही।
राजधानी जयपुर में मार्च में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से 40 के बीच आ जाता है। इस बार एक भी दिन तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं गया। यही स्थिति कोटा, उदयपुर में भी रही। जो पूर्वानुमान इस बार मार्च में तेज गर्मी पड़ने के लगाए गए थे। वैसा मौसम इस बार रहा नहीं।
मार्च में इस बार राजस्थान में किसी भी शहर में तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक नहीं पहुंचा। सबसे ज्यादा तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस तापमान जोधपुर के फलौदी रहा। बाड़मेर में अब तक सबसे ज्यादा तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रहा। बाड़मेर में पिछले 12 साल की रिपोर्ट देखें तो ये तीसरा सीजन है। जब यहां दिन का तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक भी नहीं पहुंचा है।
बारिश भी सामान्य से काफी ज्यादा
एक के बाद एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर-बंगाल की खाड़ी से आए सिस्टम के कारण राज्य में इस बार जमकर बारिश हुई। मार्च के महीने में राजस्थान में औसत 4.5MM बरसात होती है, लेकिन इस बार ये अब तक 15.4MM तक हो चुकी है। 29-30 मार्च को जो बारिश होने का अनुमान है उससे ये संख्या और बढ़ने की संभावना है।
बीकानेर-जयपुर संभाग में अलर्ट
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि आज देर शाम से सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण 29 मार्च को बीकानेर और जैसलमेर जिलों में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश की होने की संभावना है। जबकि शेष भागों में मौसम शुष्क रह सकता है।
30 मार्च को इस सिस्टम के प्रभाव सर्वाधिक रहेगा, क्योंकि राज्य के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी बनने की संभावना है। इस कारण जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, कोटा व भरतपुर संभाग के लगभग सभी जिलों में आंधी-बारिश, अचानक तेज हवाएं और कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की आशंका है। 31 मार्च को इस सिस्टम का प्रभाव राज्य के उत्तरी भागों बीकानेर, जयपुर संभाग के जिलों में देखने को मिल सकता है।