अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान में बारिश का दौर जारी है। कहीं हल्की तो कहीं मध्यम दर्जे की बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज दो संभागों के 7 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक, राजस्थान के 5 से 7 जिलों में आज बारिश के आसार हैं। जिन इलाकों में बरसात हो सकती है उनमें करौली, धौलपुर और भरतपुर प्रमुख हैं। यहां हल्की से मध्यम बरसात की संभावना जताई गई है। इनके अलावा अलवर, दौसा में भी हलकी वर्षा की संभावना है। वहीं कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर और जयपुर में भी कहीं-कहीं बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
आज पूर्वी राजस्थान में छुटपुट बारिश की संभावना
मौसम केंद्र के मुताबिक राजस्थान में आज से बारिश धीमी हो जाएगी। पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, कोटा संभाग में कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। यहां लोकल सिस्टम से हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।वहीं देश के अलग-अलग इलाकों में मौसम की स्थिति देखें तो अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तराखंड, उत्तरी उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। आगामी चार-पांच दिनों में पूर्वोत्तर में भी तेज बारिश के आसार हैं। इसके अलावा पूर्वी राजस्थान में जोरदार बारिश की उम्मीद है।
धौलपुर में जमकर हुई बारिश
राजस्थान के पूर्वी हिस्से में कल देर शाम तेज बारिश हुई। करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर जिले में एक से लेकर 7 इंच तक बरसात रिकॉर्ड की गई। तेज बारिश के कारण करौली, धौलपुर में कई जगह पानी भर गया। तेज बारिश के कारण धौलपुर के राजाखेड़ा स्थित एक स्कूल की दीवार ढह गई। वहीं, करौली के सबसे बड़े बांध पांचना के दो गेट खोलकर 5 हजार क्यूसेक पानी निकाला गया। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम अब कमजोर हो गया है, जिसके कारण आज से राज्य में बारिश का दौर धीमा पड़ने की संभावना है।
पिछले 24 घंटे की रिपोर्ट देखें तो सबसे ज्यादा बरसात करौली के कालीसिल में 175 एमएम दर्ज हुई। वहीं, सपोटरा में 144, पांचना बांध पर 85, करौली शहर में 57 एमएम बारिश हुई। तेज बारिश के पांचना बांध का जलस्तर बढ़ गया। इसके बाद प्रशासन ने बांध के 2 गेट खोलकर 5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा। भारी बारिश के कारण मामचारी बांध और कालीसिल बांध पर भी चादर चलने लगी। धौलपुर के तालाबसाही में 115, बाड़ी में 79, बसेड़ी में 69 और सैंपऊ में 57 एमएम बारिश होने से यहां कस्बों में सड़कें पानी से भर गया।