संजय आचार्य वरुण
मीडिया में आज सुबह से ही एक विडियो वायरल हो रहा है । कहा जा रहा है कि बीकानेर के रत्ताणी व्यासों के चौक में स्थित भगवान सत्यनारायण के मंदिर की मुख्य प्रतिमा पर आज सुबह गौवंश को लील रही लम्पी बीमारी के लक्षण पाए गए हैं । ये सच है कि प्रतिमा पर ठीक वैसे ही गोल उभार दिख रहे हैं, जैसे कि लम्पी से ग्रसित गाय के शरीर पर दिखाई देते हैं।
इस सम्बन्ध में सच क्या है, अभी तक कुछ कहा नहीं जा सकता। आज सुबह मंदिर के पुजारी ने भगवान को स्नान करवाने और वस्त्र बदलते समय देखा कि प्रतिमा पर लम्पी जैसे उभार दिख रहे हैं। पुजारी ने जैसे ही यह बात लोगों को बताई तो देखते ही देखते यह खबर पहले शहर भर में और फिर शहर की सीमाओं के बाहर पहुंच गई। कुछ ही देर में लोगों के हुजूम सत्यनारायण जी के मंदिर में यह अनूठी घटना देखने आने लगे। यह सिलसिला अभी तक बदस्तूर जारी है । बड़े- बड़े न्यूज चैनल और पत्रकार कवरेज करने के लिए रत्ताणी व्यासों के चौक आ रहे हैं ।
क्या ये सच है कि गायों में फैली जानलेवा बीमारी पर यह भगवान की ओर से की गई प्रतिक्रिया है अथवा ये सिर्फ एक वहम है । अगर ये वहम है तो सवाल ये उठता है कि ये आज ही क्यों उजागर हुआ? लोगों का ये मानना है कि आज के बाद लम्पी बीमारी का कहर समाप्त होने लग जाएगा, क्योंकि गौमाता की रक्षा के लिए भगवान ने लम्पी को अपने ऊपर ले लिया है। सच्चाई क्या है, यह तो कुछ समय बाद ही पता चलेगा लेकिन देखना ये है कि भगवान सत्यनारायण की प्रतिमा वापस अपने पहले वाले स्वरूप में आती है या नहीं? अगर वास्तव में इस घटना के बाद लम्पी का कहर समाप्त हो जाता है तो ये एक चमत्कार ही होगा।कुल मिलाकर आज की ये घटना फिलहाल सभी के लिए आश्चर्य जनक है। अनेक बुद्धिजीवी इसे अंधविश्वास कह रहे हैं वहीं भक्तगण भी अपने तर्कों से इसे भगवान का गायों की रक्षा के लिए किया गया चमत्कार सिद्ध कर रहे हैं। इस घटना से पुराने शहर का ये छोटा सा मंदिर खासा चर्चित हो गया है ।