अभिनव न्यूज।
जोधपुर: जोधपुर में बदमाशों ने डॉक्टर को बंधक बनाकर एक लाख रुपए लूट लिए। लुटेरों ने बीच रास्ते में डॉक्टर की कार रोकी। कहा, मरीज की तबीयत खराब हो रही है, वह गाड़ी में बैठा है, देख लीजिए। डॉक्टर जैसे ही दूसरी कार के पास गए, बदमाशों ने उन्हें कार में ही बंद कर लिया।
इसके बाद बदमाशों ने डॉक्टर के घर फोन कराया और पैसे मंगवाए। मामला जोधपुर के लोहावट थाना क्षेत्र के कोलू का है। घटना 18 नवंबर की है, लेकिन डॉक्टर ने 20 नवंबर को मामला दर्ज करवाया।
फील्ड में जा रहे थे, मरीज दिखाने के बहाने रोका
दरअसल, डॉक्टर कमल पालीवाल (40) फलोदी के बीसीएमओ ऑफिस में आरबीएसके प्रोग्राम के इंचार्ज हैं। परिवार के साथ सांवरीज रहते हैं। घटना वाले दिन 18 नवंबर को फील्ड में पीलवा जा रहे थे। उन्होंने बताया, ‘करीब 11:30 बजे कोलू के पास चौराहे पर एक आदमी ने हाथ देकर उनकी कार रुकवाई।
मैंने कार रोकी तो बताया कि चौराहे पर खड़ी कार में एक मरीज है। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है और तबीयत बिगड़ रही है। मानवता के नाते मैं अपनी कार से उतर दूसरी कार की तरफ बढ़ा। जैसे ही गेट खोला कार में बैठे तीन बदमाशों ने अंदर खींच लिया। इसके बाद गर्दन पर चाकू रख घर से 1 लाख रुपए मंगवाने को कहा।’
डॉक्टर ने कहा, ‘जब मैंने रुपए देने से मना कर दिया तो कहा कि जान की सलामती चाहते हो तो घर पर फोन कर रुपए मंगवा लो। इस पर मैंने घर पर बताया कि मेडिकल वाले के रुपए थे, जो घर पर भूल गया हूं। ये रुपए उन्हें देने हैं।’
45 मिनट तक घुमाया, भनक तक नहीं लगने दी
डॉक्टर पालीवाल ने बताया कि बदमाशों के कहने पर मैंने अपने छोटे भाई चंपालाल को कॉल किया और घर से रुपए लाकर देने को कहा। वह घर गया तो पत्नी से स्पीकर पर रख बदमाशों ने बात करवाई। इस दौरान बदमाश मुझे 45 मिनट तक घुमाते रहे।
15-20 मिनट बाद भाई आया और रुपए देकर चला गया। बदमाश इतने शातिर थे कि भनक तक नहीं लगने दी कि मेरा किडनैप कर रखा है। रुपए लेने के बाद बदमाश चौराहे पर छोड़ फरार हो गए।
घर पहुंच पत्नी को बताई घटना, सीसीटीवी में दिखी बोलेरो
इस घटना के बाद डॉक्टर पालीवाल डर गए थे। वह सीधे अपने घर गए और पत्नी को सारी घटना बताई। डॉक्टर डर के मारे पुलिस को भी नहीं बताया। डॉक्टर पालीवाल का छोटा भाई सत्यनारायण पालीवाल जैसलमेर के बुनियाणा थाने में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात है। उसे जब घटना के बारे में बताया तो वह अपने भाई के साथ थाने पहुंचा और मामला दर्ज करवाया।
आखिर परिवार के कहने पर डॉक्टर कमल पालीवाल ने 20 नवंबर को लोहावट पुलिस थाने में रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में बताया कि तीन बदमाश कार में बैठे थे, जबकि एक बाहर खड़ा था। तीनों ने मुंह पर सर्जिकल मास्क लगा रखा था।
इधर, पुलिस ने 21 नवंबर को मौका मुआयना किया। यहां एक सीसीटीवी में बोलेरो कैंपर जाते हुए दिखाई दे रही है। डिप्टी पारस सोनी ने बताया कि थाना स्तर पर टीम गठित कर दी गई है। लोहावट थाना अधिकारी बद्रीप्रसाद मीणा ने बताया कि मामले में कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही खुलासा होगा।