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उदयपुर/बीकानेर: राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2022-2023 में 29 पुस्तकों पर 1.93 रुपये के सहयोग दिए जाने की घोषणा की गई है। सरस्वती सभा एवं संचालिका की बैठक अनुमोदन के बाद अकादमी अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण की स्वीकृतिनुसार अकादमी सचिव डॉ. बसंत सिंह सोलंकी ने बताया कि प्रकाशित ग्रंथों पर सहयोग योजना के अंतर्गत कुल 29 पुस्तकों के लेखकों को 1.93 लाख रुपये का सहयोग स्वीकृत किया गया है।
अकादमी सचिव डॉ. सोलंकी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रेम गली (प्रियंका गुप्ता, जयपुर) आलोचना की अंतर्ध्वनियां (हरीदास व्यास जोधपुर), हौसलों के गीत (रामकरण प्रभाती मेघवाल कोटा), आदमखोर (आशा पाराशर, जोधपुर), कोई गीत सुनाओं ना (श्यामा शर्मा, कोटा), बलिवेदी पर (डॉ. नीलिमा मिग्गा, अजमेर), अंर्तसंवाद (शशि पाठक, जयपुर), बदलते रिश्ते (पूर्णिमा मित्रा, बीकानेर), आतशे कल्बो जीगर गुलाब (मोइनुद्दीन माहिर, बीकानेर), तुम्हें भूल चुका हूं (अमित गोस्वामी, बीकानेर), पहली बूंद नीली थी (सोनू यशराज सोनू चौधरी, जयपुर), फुर्सत के सबक (ममता कुमारी, कोटा), हरे रंग
का मफलर (मदन गोपाल लढ़ा, बीकानेर), कहानी का जादू (विमला नागला, केकड़ी), संग अदा के गाता चल (पूर्णिमा जायसवाल, जोधपुर), जो रंग दे वो रंगरेज (रोचिका अरुण शर्मा, चैन्नई), मुट्ठी भर जिंदगी (रंजना माथुर, जयपुर), हॉस्टल डायरी (डॉ. क्षिप्रा नत्थानी, जयपुर), गलती से मिस्टेक (प्रदीप गुप्ता, अजमेर), नीर भरी बदरी (राकेश दीक्षित, धौलपुर), जीवन तपती धूप (नम्रता शर्मा, जयपुर), कम है तो अच्छा है (नूतन गुप्ता, जयपुर), बहुमत की बकरी (प्रभात गोस्वामी, जयपुर), स्वयं सिद्धा (नंदिता रवि चौहान, अजमेर), अंदर के शोर में (सुमित रंगा, बीकानेर), स्वर्णिम सौगातें (प्रमोद मूंघड़ा, जयपुर), मन-मुक्ता (शकुंतला शर्मा, जयपुर), फिर वही कविता (आनंद सिंह चौहान, बीकानेर), नया सवेरा (पुरुषोत्तम शाकद्वीपी, उदयपुर) पुस्तकों पर सहयोग दिए जाने की घोषणा की गई।