अभिनव टाइम्स बीकानेर। श्रीडूंगरगढ़ के एक सरकारी स्कूल के पीछे गंदे पानी के तालाब के कारण स्टूडेंट्स ने स्कूल पर ताला लगा दिया। विरोध की खबरें मीडिया में आने के बाद श्रीडूंगरगढ़ प्रशासन हरकत में आया और तालाब की सफाई करने दल बल के साथ मौके पर पहुंच गया। दरअसल, इस तालाब के कारण स्कूल में इतनी बदबू आती है कि आम आदमी वहां खड़ा नहीं हो पाता और स्टूडेंट्स को छह से सात घंटे अपनी क्लास में बैठना होता है। परेशान होकर स्टूडेंट्स ने शुक्रवार सुबह सात बजे स्कूल पर ताला लगा दिया।
श्रीडूंगरगढ़ के इस सरकारी सीनियर सैकंडरी स्कूल के पीछे लंबा-चौड़ा गड्ढा था, जहां गंदा पानी एकत्र हो गया। पानी में तरह तरह के जीव नजर आने लगे हैं, वहीं मच्छरों की मार अब स्कूल तक है। दमघोंटू बदबू के कारण परेशान स्टूडेंट्स व टीचर्स पिछले दिनों श्रीडूंगरगढ़ के आला अधिकारियों से भी मिले थे। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर सीनियर स्टूडेंट्स ने आंदोलन का रास्ता पकड़ लिया है। स्कूल के बाहर सुबह सात बजे ताला लगा दिया। अब न तो कोई स्टूडेंट अंदर जा पा रहा है और न ही टीचर। ऐसे में मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा है। शिक्षा विभाग, डूंगरगढ़ प्रशासन के अधिकारी इसके बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे।
सफाई के बाद खोलेंगे स्कूल
स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक पीछे गंदे पानी की सफाई नहीं होती है, तब तक स्कूल पर ताला ही रहेगा। स्टूडेंट्स के इस आंदोलन में पेरेंट्स भी जुड़े हुए हैं। प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होने का आक्रोश है। शुक्रवार को स्कूल बंद करने के बाद राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे हैं। मौके पर नेता प्रतिपक्ष अंजू पारख,मनोज पारख, कांग्रेस सोशल मीडिया जिलाध्यक्ष विमल भाटी भी पहुंचे हैं।
प्रशासन मौके पर, तालाब में ब्लीचिंग पाउडर
तालाब की सफाई करने और ब्लीचिंग पाउडर डालने के लिए प्रशासनिक अमला बाद में मौके पर पहुंच गया। एक जेसीबी मशीन में बैठकर कर्मचारी को तालाब के बीच में पहुंचाया गया, जहां उसने भारी मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर डाला है, जिससे बदबू कुछ हद तक कम हो सकती है। हालांकि स्टूडेंट्स ने इस तालाब को पूरी तरह बंद करने की मांग रखी है। जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।