अभिनव टाइम्स बीकानेर। राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर द्वारा संचालित पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरनसर द्वारा दिनांक 22 अगस्त 2022 को “थनेला रोग से बचाव एंव प्रबन्धन” विषय पर एक दिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में आमंत्रित विशेषज्ञ डॉ. नैना मनात , नॉडल अधिकारी, पशुपालन विभाग, झोंतरी, डूंगरपुर ने
थनेला रोग के रोगकारकों, लक्षणो, फ़ेलने के स्त्रौतो, निदान एंव रोकथाम आदि के बारे में विस्तार से बताया । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पशु विज्ञान केन्द्र, लूनकरणसर के प्रभारी अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने पशु में थनेला रोग होने के बाद दूध की मात्रा एंव दूध की गुणवता में होने वाले बदलाव के बारे में बताया । पशु विज्ञान केन्द्र, लूनकरणसर के डॉ. हेमंत कुमार ने पशुओं में फेल रही लम्पी स्किन डीसीज (गाँठदार त्वचा रोग) से बचाव के तरीके बताते हुए सभी पशुपालकों क़ो इस बीमारी के लिए जागरूक किया और लम्पी स्किन डीसीज (गाँठदार त्वचा रोग) से ग्रसित पशुओं के आहार एंव प्रबन्धन का विशेष ध्यान रखने का आव्हान किया और सभी पशुपालकों को पशु विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञों से संपर्क में रहकर ज़्यादा से ज़्यादा लाभ लेने के लिए प्रेरित किया । इस ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर में 34 पशुपालकों ने भाग लिया।