अभिनव न्यूज
पंजाब में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ़ पुलिस का बहुत बड़ा एक्शन चल रहा है। अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है और पूरे पंजाब में उसकी तलाशी का अभियान तेज कर दिया गया है। अमृतपाल के 78 समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अमृतपाल के फाइनेंसर और गनर को भी पुलिस ने आरेस्ट कर लिया है। अब तक 2 गाड़ी, 12 राइफल और एक रिवॉल्वर जब्त की गई है। वहीं पंजाब सरकार ने पूरे राज्य में कल तक यानी 20 मार्च दोपहर 12 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद रखी हैं।
कल तक के लिए बंद रहेगा इंटरनेट
पंजाब सरकार के गृह एवं न्याय मंत्रालय ने जानकारी दी है कि जनता के हित में पंजाब के अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर दी जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 20 मार्च (12:00 घंटे) तक निलंबित रहेंगी। बता दें कि आज अमृतपाल सिंह का ड्राइवर जालंधर से गिरफ्तार हुआ है। अमृतपाल भी जालंधर में ही हो सकता है। अब पुलिस पूरे जालंधर में सर्च ऑपरेशन चला रही है। गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात हैं।
20-25 किलोमीटर तक पुलिस ने किया पीछा
जालंधर के सीपी केएस चहल ने बताया कि करीब 20-25 किलोमीटर तक पुलिस ने अमृतपाल का पीछा किया लेकिन वह भागने में सफल रहा। हमने कई सारे हथियार और 2 कारें भी जब्त की हैं। उसकी तलाश जारी है और हम उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे। कानून व्यवस्था भी बनी रहेगी।
अमृतपाल सिंह कैसे बना ‘मोस्ट वान्टेड’
”वारिस पंजाब दे” संगठन का चीफ अमृतपाल सिंह खालिस्तान के समर्थन में मूवमेंट चलाता है। उसपर आरोप हैं कि पंजाब के यूथ को कट्टरपंथी बनाता है और अलग खालिस्तान देश के लिए भड़काता है। अमृतपाल के ख़िलाफ़ एक्शन कल दोपहर से ही शुरू हो गया था। अमृतपाल ने 23 फरवरी को अपने एक साथी को छुड़ाने के लिए अमृतसर के अजलाना थाने में अपने समर्थकों सहित हमला किया था। उसी केस में पुलिस अब एक्शन में है। तलाशी के साथ-साथ बॉर्डर वाले एरिया में भी चौकसी रखी जा रही है।