अभिनव टाइम्स बीकानेर। रक्षा क्षेत्र में आयात कम करने के लिए स्वदेशी कंपनियां लगातार नए हथियार बनाने में जुटी हैं। टाटा एडवांस सिस्टम लि. ने पोकरण फायरिंग रेंज में एएलएस-50 लॉइटरिंग म्यूनिशिन (आत्मघाती ड्रोन) या हथियार ले जाने वाले ड्रोन का सफल परीक्षण किया है।
इसने बेहद सटीकता के साथ लक्ष्य पर प्रहार किया। यूक्रेन की सेना रूस के खिलाफ ऐसे ही ड्रोन इस्तेमाल कर रही है। हाल के वर्षों में इस तरह के ड्रोन का उपयोग बढ़ा है। स्वदेशी ड्रोन को सेना में शामिल किया जाएगा। स्टील्थ क्षमता वाला यह ड्रोन हवा में तैरता हुआ अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ता है। उसके बाद बम सीधे लक्ष्य पर प्रहार कर उसे ध्वस्त कर देते है। इसी कारण इसे आत्मघाती ड्रोन कहा जाता है।
- रेंज : 1000 किलोमीटर
- गति : 190 किलोमीटर प्रति घंटा
- ताकत: लगातार 6 घंटे उड़ान
- वजन : 135 किलोग्राम