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अजमेर। अजमेर में नसीराबाद के पेट्रोल पंप पर कार्मिक की ओर से सवा दो लाख के गबन करने का मामला सामने आया है। पकडे़ जाने पर कार्मिक ने पैसा लौटाने का वादा किया लेकिन अब पैसे नहीं चुका रहा। साथ ही झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दे रहा है। पंप मालिक की रिपोर्ट पर नसीराबाद सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पंचशील कॉलोनी, अजमेर निवासी बबीता टांक पत्नी विजय सिंह ने नसीराबाद सदर थाने में रिपोर्ट दी कि उसके नाम से हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की एक डीलरशिप है, जिसके तहत श्री बालाजी फ्यूल के नाम से एक पेट्रोल पम्प ग्राम बाघसुरी- नसीराबाद में संचालित किया जा रहा है।
पेट्रोल पम्प जनवरी 2022 से संचालित है और इस पर मनोज कुमार रोल्या पुत्र सावर लाल भाम्बी, निवासी- बाघसुरी, अजमेर नामक व्यक्ति प्रारंभ से ही केश कलेक्टर / एजेण्ट / अभिकर्ता के रूप में कार्य कर रहा है। पेट्रोल पम्प का जो दैनिक कैश कलेक्शन होता है, वह मनोज रोल्या के द्वारा अगले दिन बैंक में पेट्रोल पम्प के खाते में जमा कराया जाता है।
प्रारंभ से ही पेट्रोल पम्प पर कार्य करने के कारण उसे व पेट्रोल पम्प का संचालन करने के लिए अधिकृत उसके पति विजय सिंह मौर्य को मनोज येल्या पर काफी विश्वास था। कभी क्रॉस चेक नहीं किया। पेट्रोल पम्प के संचालन में हर 6 से 7 दिन में कम्पनी द्वारा पेट्रोल से भरा हुआ टैंकर पेट्रोल पम्प पर टैंकर बुक कराए जाने पर भेजा जाता है और उसकी राशि पेट्रोल पम्प के खाते से कम्पनी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के बैंक खाते में जरिए आर.टी.जी. एस. जमा कराई जाती है।
मई के प्रथम सप्ताह में पेट्रोल पम्प का टैंकर बुक कराया गया था और रोजाना होने वाले कलेक्शन के हिसाब से टैंकर की कीमत से ज्यादा पैसा पेट्रोल पम्प के अकाउंट में होगा, इसलिए अतिरिक्त पैसा जमा कराने की जरूरत नहीं समझी।
परन्तु जब टैंकर की कुल कीमत का पैसा भी पेट्रोल पम्प के अकाउंट मे नही मिला तो मनोज रोल्या से बात की गई और कहा गया कि तुम रोजाना कैश ले जाकर बैंक में जमा कराते हो फिर पेट्रोल पम्प के खाते मे पैसा क्यों नहीं है, तो मनोज रोल्या कोई जवाब नही दे पाया और जब उससे सख्ती से पूछा गया तब उसने जाकर स्वीकार किया कि वह डेली कलेक्शन का पैसा बैंक मे ले जाता था, परन्तु पेट्रोल पम्प के खाते में जमा ना कराकर बेईमानीपूर्वक स्वंय रख लेता था।
इसके बाद अकाउंटेन्ट से मिलान करवाया तो अप्रैल के पूरे महीने और मई के प्रथम सप्ताह तक ही करीब सवा दो लाख रूपए का गबन मिला। बाद में उसने पैसे लौटाने का भरोसा दिलाया। लेकिन अब एस.सी/एस.टी. तथा सुसाईड के झूठे मुकदमे मे फंसाने की धमकी भी दे रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।