अभिनव न्यूज, नेटवर्क। भारत की अवनी लेखरा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीत लिया है. अवनी ने फाइनल राउंड में 249.7 का स्कोर करके स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया है. उनके अलावा भारत की मोना अगरवाल ने भी ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. अवनी की यह जीत ऐतिहासिक भी है क्योंकि उन्होंने नया पैरालंपिक रिकॉर्ड कायम कर दिया है.
अवनी लेखरा और दक्षिण कोरिया की युनरी ली के बीच आखिरी शॉट तक बेहद कड़ी टक्कर देखने को मिली. आखिरी शॉट तक भारत की अवनी सिल्वर मेडल पोजीशन बनी हुई थीं, लेकिन अपने आखिरी शॉट पर भारत की शूटर ने 10.5 का स्कोर किया. वहीं कोरियाई निशानेबाज से आखिरी शॉट पर चूक हो गई, जिनका आखिरी शॉट पर स्कोर केवल 6.8 रहा. इस कारण कोरियाई शूटर अंत में 246.8 के स्कोर तक पहुंच पाईं.
अवनी लेखरा ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा
अवनी लेखरा टोक्यो पैरालंपिक्स में महज 19 साल की उम्र में भाग लेने पहुंची थीं. वहां उन्होंने फाइनल में 249.6 का स्कोर करके गोल्ड मेडल जीता और नया पैरालंपिक रिकॉर्ड कायम किया था. अब पेरिस पैरालंपिक्स में अवनी ने अपने ही रिकॉर्ड को बेहतर करके 249.7 का स्कोर करके ऐतिहासिक कारनामा कर दिया है. पिछली बार यानी टोक्यो पैरालंपिक्स की सिल्वर मेडल विजेता यानी चीन की कुइपिंग झांग इस बार आखिरी स्थान पर रहीं.
अवनी लेखरा अब लगातार दो पैरालंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय शूटर बन गई हैं. उनसे पहले आज तक भारत का कोई शूटर ऐसा नहीं कर पाया है, जिसने लगातार 2 पैरालंपिक्स में गोल्ड मेडल जीता हो. पैरालंपिक्स 2024 में अवनी लेखरा की चुनौती अभी समाप्त नहीं हुई है क्योंकि वो महिलाओं की 50मीटर राइफल 3 पोजीशन में भी पदक के लिए दावेदारी पेश करेंगी. इस प्रतियोगिता में अवनी ने पिछली बार ब्रॉन्ज मेडल जीता था, लेकिन इस बार वो अपने पदक का रंग बदलना चाहेंगी.