अभिनव न्यूज
जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में आमजन को भारी भरकम विद्युत बिल के बोझ से मुक्ति दिलाने और आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री घरेलू विद्युत अनुदान योजना से अब तक एक करोड़ 23 लाख से अधिक उपभोक्ता लाभान्वित हुए हैं। इस योजना में 38 लाख से अधिक घरेलू उपभोक्ताओं को शून्य राशि के विद्युत बिल प्राप्त हुए हैं।
कितनी यूनिट तक मिलता है अनुदान
मुख्यमंत्री घरेलू विद्युत अनुदान योजना का शुभारंभ 1 अप्रेल, 2022 को किया गया था। इस योजना के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली बिल में 100 यूनिट प्रतिमाह तक बिजली के उपभोग पर 50 यूनिट विद्युत मुफ्त दी जा रही है। इसके अतिरिक्त 150 यूनिट तक 3 रुपये प्रति यूनिट का अनुदान, 150 से 300 यूनिट तक के उपभोग पर 2 रुपये प्रति यूनिट अनुदान एवं 300 यूनिट प्रतिमाह से अधिक उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को स्लैब के अनुसार छूट का लाभ प्राप्त हो रहा है।इस योजना में सरकार द्वारा एक करोड़ 18 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली पर सब्सिडी यानी छूट देने की घोषणा की गई थी। साथ ही योजना का लाभ लाभार्थियों को अप्रेल, 2022 से ही मिलना शुरू हो गया था।
38 लाख 89 हजार 156 उपभोक्ताओं का बिजली बिल हुआ शून्य
ऊर्जा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि योजना के अंतर्गत कुल 1 करोड़ 23 लाख 62 हजार 574 घरेलू उपभोक्ताओं को वित्तीय वर्ष 2022-23 में माह दिसम्बर 2022 तक 3 हजार 972 करोड़ रूपये का अनुदान दिया जा चुका है। उक्त घरेलू उपभोक्ताओं मे से 38 लाख 89 हजार 156 घरेलू उपभोक्ताओं को शून्य राशि के बिजली बिल जारी किये गये हैं।
बिजली बिल में मिली छूट से झूम उठे रजत
डूंगरपुर जिले के दोवड़ा गांव निवासी रजत पाटीदार बिजली बिल में मिली छूट देखकर खुशी से झूम उठे। पाटीदार बताते हैं कि मुख्यमंत्री घरेलू विद्युत अनुदान योजना के अंतर्गत उन्हें विद्युत बिल में छूट मिल रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा शुरू की गई इस योजना के कारण उनके सर से आर्थिक बोझ कम हुआ है। वे बताते हैं कि वह पेशे से किसान हैं और मुख्यमंत्री के द्वारा शुरू की गई किसान मित्र योजना के अंतर्गत उन्हें कृषि बिल में भी छूट मिल रही है। इसके लिए वह मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहते हैं कि मुख्यमंत्री के द्वारा प्रदेश वासियों के लिए अनेकों ऐसी योजनाएं चलाई जा रही है, जिनसे ना गरीब एवं मध्यम परिवार के लोगों को आर्थिक मदद मिल रही है बल्कि उनके जीवन यापन की राह सुगम हुई है।