अभिनव न्यूज, बीकानेर। चीन में निमोनिया फैलने की आशंका के बीच बीकानेर का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विभाग ने सावधानी बरतते हुए खासी-जुकाम वाले रोगियों की एंट्री करने का फैसला किया है। इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। इस सॉफ्टवेयर में जो भी एंट्री की जाएगी। उसे केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कहीं से भी देख सकेगा। हालांकि जिले में अभी तक कहीं से भी चीन में फैली बीमारी के लक्षणों के मरीज रिपोर्ट नहीं हुए हैं। फिर भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतनी प्रारंभ कर दी है।
ccccccccccचिकित्सकों को भी निर्देश दिए गए हैं कि जुकाम-खांसी वाले रोगियों की अलग से सूची बनाई जाए। ताकि जिस क्षेत्र में खासी-जुकाम के मरीज ज्यादा आते हैं, वहां पर चिकित्सकों की टीम को भेजा जाए। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने खासी-जुकाम से पीड़ितों की एंट्री करने के लिए आईएचआई सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसमें प्रत्येक रोगी का नाम, उम्र, पता एवं पंजीकरण नंबर आदि की एंट्री की जाएगी। इस एंट्री को स्वास्थ्य मंत्रालय देखकर संबंधित क्षेत्र में चिकित्सकों की टीम भेजने की योजना बनाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि अभी तक संभाग में करीब 20 खांसी-जुकाम वाले मरीजों की एंट्री की गई है, लेकिन इनमें से एक में भी कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं। फिर भी चिकित्सकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सर्दी के मौसम में खासी-जुकाम वाले रोगियों पर विशेष नजर रखें। इसके अलावा पीबीएम अस्पताल प्रशासन को भी पत्र लिखकर कहा गया है कि अगर खांसी-जुकाम के मरीजों की संख्या में इजाफा हो और कुछ भी अप्रत्याशित दिखे, तो इसकी संपूर्ण सूचना विभाग को भेजें, ताकि इलाज के संबंध में कार्रवाई की जा सके।