अभिनव न्यूज।
जोधपुर. शहर के पावटा चौराहे पर सेना के वाहन से टक्कर के बाद एक व्यक्ति की मौत के बाद अब परिजन मुआवजे की मांग को लेकर जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल मोर्चरी के बाहर धरना दे रहे हैं। धरना दे रहे परिजनों का कहना है कि सरकार मृतक के परिवार को 5000000 की आर्थिक सहायता और उसके पुत्र को सरकारी नौकरी दें। मांगे नहीं मानने पर उन्होंने बॉडी लेने से इनकार कर दिया है।
धरने पर बैठे लोग मोर्चरी से बाहर सड़क पर ही आकर विरोध जताने लगे इस दौरान सरदारपुरा थानाधिकारी सोम करण भी जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और उनसे समझाइश का प्रयास किया, लेकिन धरने पर बैठे लोग मांगे नहीं मानने तक हटने से इनकार करते रहे। अभी भी लोग मोर्चरी के बाद सड़क पर बैठे हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार रात पावटा चौराहे पर सेना के वाहन के साथ टक्कर में स्कूटी सवार रेलवे के पार्सल कर्मचारी चौपासनी हाउसिंग बोर्ड चौथा पुलिया निवासी राजेश आसवानी (40) की मौत हो गई थी। जबकि स्कूटी सवार के साथ बैठे जगदंबा कॉलोनी प्रताप नगर निवासी अशोक जाटव गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने घटना के बाद सेना के ट्रक को जप्त कर चालक फौजी को हिरासत में लिया था।
इससे पूर्व शुक्रवार को अपने जोधपुर दौरे के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने मौत के बाद मुआवजे की मांग को लाशों पर राजनीति बताते हुए हाईकोर्ट के संज्ञान पर बोले। सीएम ने कहा था कि लोग मौत के बाद लाश पर राजनीति करते हैं। हाईकोर्ट ने मुआवजे को लेकर जो कहा में उसके पक्ष में हूं। मुआवजे को लेकर एक नीति बननी चाहिए। इस तरह से राजनीति नहीं होनी चाहिए।