अभिनव न्यूज।
राजस्थान के शिक्षा विभाग में नई भर्तियों के साथ ही ग्रेड थर्ड टीचर के ट्रांसफर को लेकर लगातार विवाद जारी है। इधर, शिक्षक भर्ती को लेकर भी रोज नया विवाद हो रहा है। क्या पद बढ़ेंगे या नहीं, क्या चुनावी साल में ये प्रक्रिया पूरी होगी या नहीं।
इन्हीं सवालों के जवाब जानने के लिए मंत्री बीडी कल्ला से बातचीत की।
सवाल- शिक्षक भर्ती परीक्षा के पद क्या और बढ़ाए जाएंगे?
जवाब- रीट भर्ती परीक्षा के वक्त राजस्थान में सिर्फ 46,500 पदों पर शिक्षकों की भर्ती की जा रही थी। इसके बाद छात्रों की मांग पर हमने एक बार फिर रिव्यू किया और 1500 पदों की संख्या बढ़ाई है। जिसके बाद अब प्रदेश में 48,000 पदों पर शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। विज्ञप्ति जारी की जा चुकी है। जल्द ही आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जिससे प्रदेशभर के छात्र और युवा संतुष्ट हैं। ऐसे में फिलहाल पदों की संख्या 48,000 ही रहेगी।
सवाल- BJP आरोप लगा रही है कि चुनावी साल में भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाएगी?
जवाब- जो BJP के लोग खुद रोजगार नहीं दे सके। वह अब हमारे खिलाफ अफवाहें फैलाने का काम कर रहे हैं। फिलहाल चुनाव में 1 साल का वक्त बचा है। ऐसे में न सिर्फ शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी होगी। बल्कि अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी दे दी जाएगी। क्योंकि फरवरी में भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है।
मार्च में रिजल्ट आ जाएगा। इसके बाद डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन के आधार पर जल्द से जल्द अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी जाएगी। बीजेपी के लोग छात्रों को भ्रमित कर सिर्फ कुप्रचार कर रहे हैं। जिससे अब कुछ नहीं होने वाला है।
सवाल- ग्रेड थर्ड ट्रांसफर पॉलिसी कब तक बनेगी। टीचर्स के ट्रांसफर कब शुरू होंगे?
जवाब- ग्रेट थर्ड टीचर्स के पिछली बीजेपी सरकार ने भी चुनाव से ठीक पहले बिना किसी पॉलिसी के मई-जून में कुछ ट्रांसफर किए थे। लेकिन हम पारदर्शी तरीके से ट्रांसफर करना चाहते हैं। यही कारण है कि मैंने मंत्री बनने के बाद नई ट्रांसफर पॉलिसी बनाकर DOP को भिजवाई थी।
इसके बाद DOP से कुछ बिंदुओं पर संशोधन की मांग की गई थी। ऐसे में फिलहाल हम देश के दूसरे राज्यों की पॉलिसी का अध्ययन कर रहे हैं। जल्द से जल्द हम नई ट्रांसफर पॉलिसी बनाकर नए शैक्षणिक सत्र से पहले उसे सौंप देंगे। ताकि ग्रेड थर्ड टीचर्स को राहत मिल सके।
सवाल- कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को क्या शिथिलता दी जाएगी?
जवाब- शिक्षा विभाग में 10,000 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए कर्मचारी चयन आयोग से परीक्षा का आयोजन करवाया था। फिलहाल चयन बोर्ड ने कितने लोगों को सिलेक्ट किया है। इसकी हमारे पास हमें कोई रिपोर्ट या जानकारी नहीं है। ऐसे में जब भी बोर्ड हमें रिपोर्ट देगा। उसके बाद रिव्यू कर इस मामले पर कुछ फैसला ले सकेंगे।
लेकिन मेरा ऐसा मानना है कि अध्यापक बनने के लिए योग्यता काफी जरूरी है। कोई अगर कह दे कि 33 की जगह 30% अंक वालों को अध्यापक बना दो। तो यह पूरी तरह गलत होगा। क्यों कि अध्यापक मेरिट के आधार पर बनते हैं।
सवाल- 90 हजार टीचर्स की भर्ती निकाली गई थी। लेकिन इसे बीच में ही रोक दिया गया। क्या फिर से यह प्रक्रिया शुरू होगी?
जवाब- जैसे कॉलेजों में पर पीरियड पढ़ाने के लिए टीचर्स की नियुक्ति की जाती है। उसी तर्ज पर स्कूलों में भी रिक्त चल रहे पदों पर टीचर्स की नियुक्ति (गेस्ट फैकल्टी) विद्या संबल योजना के तहत की जा रही थी। यह परमानेंट या फिर संविदा भर्ती नहीं थी। यह सिर्फ यह स्टॉक गैप अरेंजमेंट था।
लेकिन जैसे ही आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई। इसको लेकर कई तरह की आपत्ति आगई। कुछ लोग चाहते थे। इसमें भी रिजर्वेशन दिया जाए। वहीं कुछ लोग परमानेंट पोस्टिंग देने की मांग कर रहे थे। ऐसे में इस प्रक्रिया को हमने रिव्यू के लिए वित्त विभाग के पास भेजा है। वहां से जैसे ही स्वीकृति मिलेगी। हम नए सिरे से गेस्ट फैकल्टी योजना को शुरू करेंगे।