अभिनव टाइम्स | लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में डेढ़ करोड़ रुपए खर्च करने की तैयारी की गई है। पीडब्ल्यूडी ने इसका एस्टीमेट बना लिया है और कलेक्टर की मंजूरी के बाद काम शुरू होगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट में हर जिले में दो टूरिस्ट प्लेस बनाने की घोषणा की थी। बीकानेर में इसके लिए पर्यटन विभाग को तीन करोड़ रुपए का बजट मिला है। टूरिस्ट प्लेस के लिए बीकानेर में सूरसागर और लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर का चयन किया गया है जिन पर डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए खर्च होंगे। सूरसागर पर यूआईटी को और लक्ष्मीनाथ परिसर में पीडब्ल्यूडी को काम करना है। दोनों के एस्टीमेट तैयार कर लिए गए हैं।
लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में नए गेट और गणेश मंदिर के आगे टिन शेड लगाने, गणेश मंदिर के पीछे की दीवार बनाने, मंदिर परिसर में मरम्मत, शौचालय निर्माण व अन्य कार्य कराए जाएंगे। इसके लिए पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता ने देव स्थान विभाग के कर्मचारी के साथ मौका-मुआयना कर एस्टीमेट तैयार कर लिया है। यूआईटी ने सूरसागर और पीडब्ल्यूडी ने लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर के एस्टीमेट पर्यटन विभाग को सौंप दिए हैं। पर्यटन विभाग के उप निदेशक भानूप्रताप सिंह ने बताया कि दोनों जगहों के प्रपोजल पर कलेक्टर विचार-विमर्श करेंगे। उनकी मंजूरी के बाद ही काम शुरू होगा।
टूरिस्ट मैप में लक्ष्मीनाथजी, जैन मंदिर और बीकाजी की टेकरी
पुराने शहर में पर्यटन की दृष्टि से लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर महत्वपूर्ण स्थान है। रियासतकालीन मंदिर होने के कारण यह आकर्षण का केन्द्र तो है ही, बीकाजी की टेकरी और जैन मंदिर दो महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल भी इसके नजदीक ही है। इसके अलावा परकोटे में रामपुरिया हवेली, हेरिटेज रूट और चूड़ी बाजार भी पर्यटकों को लुभाता है। इसी टूरिस्ट मैप के कारण लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर पर डेढ़ करोड़ रुपए का काम कराने की प्लानिंग की गई है।