अभिनव न्यूज।
मदर डेयरी ने मंगलवार से दिल्ली-एनसीआर मार्केट में दूध की कीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। लागत में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए दाम बढ़ाए जा रहे हैं। मदर डेयरी ने इस साल 5वीं बार दूध के दामों में बढ़ोतरी की है। दिल्ली-एनसीआर में ये कंपनी दूध की एक बड़ी सप्लायर है। ये रोजाना करीब 30 लाख लीटर दूध की सप्लाई करती है।
फुल क्रीम दूध अब 66 रुपए में मिलेगा
मदर डेयरी ने फुल क्रीम दूध की कीमत दो रुपए बढ़ाकर 66 रुपए प्रति लीटर कर दी है, जबकि टोंड दूध की कीमत 51 रुपए से बढ़ाकर 53 रुपए प्रति लीटर कर दी गई है। डबल टोंड दूध की कीमत 45 रुपए से बढ़ाकर 47 रुपए प्रति लीटर कर दी गई है। मदर डेयरी ने गाय के दूध और टोकन (बल्क वेंडेड) दूध के प्रकारों की कीमतें नहीं बढ़ाई हैं।
कच्चे दूध की कीमत में 24% की बढ़ोतरी
मदर डेयरी ने डेयरी किसानों से कच्चे दूध की कंपनी की खरीद लागत में इजाफे को कीमतों में बढ़ोतरी का जिम्मेदार ठहराया। कच्चे दूध की खरीद कीमतों में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 24% की बढ़ोतरी हुई है। दूध की कीमतों में बढ़ोतरी से घरेलू बजट प्रभावित होगा।
दाम बढ़ाने के लिए मजबूर
मदर डेयरी ने कहा, ‘कच्चे दूध की कीमतों में बढ़ोतरी का तनाव पूरे इंडस्ट्री में महसूस किया जा रहा है, जो उपभोक्ता कीमतों पर दबाव डाल रहा है। किसानों को सही कीमतों का भुगतान जारी रखने की हमारी प्रतिबद्धता में, हम दूध के चुनिंदा प्रकारों के प्राइस को संशोधित करने के लिए विवश हैं। दिल्ली NCR में 27 दिसंबर 2022 से नई कीमतें प्रभावी होंगी।’
पिछली बार 21 नवंबर को बढ़े थे दाम
कंपनी ने इस साल कीमतों में कई बार बढ़ोतरी की है। पिछली बार बढ़ोतरी 21 नवंबर को हुई थी, जब उसने दिल्ली-एनसीआर के बाजार में फुल क्रीम दूध की कीमतों में 1 रुपए प्रति लीटर और टोकन मिल्क में 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। इससे पहले, मदर डेयरी ने अक्टूबर में दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के कुछ अन्य बाजारों में फुल क्रीम दूध और गाय के दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।
मदर डेयरी और अमूल लीडिंग ब्रांड
मदर डेयरी दिल्ली-NCR मार्केट में लीडिंग मिल्क सप्लायर में से एक है और प्रति दिन 30 लाख लीटर से ज्यादा दूध पॉली पैक और वेंडिंग मशीनों के माध्यम से बेचती है। वहीं अमूल भी देश का लीडिंग ब्रांड है जिसके मालिक लाखों किसान हैं। गुजरात के दो गांवों से 75 साल पहले 247 लीटर दूध से शुरू हुआ यह सफर आज 260 लाख लीटर पर पहुंच गया है।